लापता 8 पर्वतारोहियों की मौत या सम्भावना!
नंदा देवी ट्रैक में लापता सभी 8 पर्वतारोहियों की मौत की सम्भावना है। अभी तक 5 पर्वतारोहियों के शव देखे गए हैं। तीन पर्वतारोहियों के भी मरने की संभावना जताई जा रही है। एसडीआरएफ के आईजी संजय गुंज्याल ने इस मामले में बताया कि पिथौरागढ़ जिला प्रशासन इस पूरे मामले में सेना, पुलिस, आईटीबीपी और एसडीआरएफ के साथ सर्च अभियान में जुटा है।
7816 मीटर ऊंचे पर्वत पर हिमस्खलन के संकेत मिले हैं। नंदा देवी दुनिया का 23वां सबसे ऊंचा पर्वत है। 12 पर्वतारोहियों के दल ने 13 मई को नंदा देवी की चोटी की चढ़ाई शुरू की थी। दो हिस्सों में बंटे दल को 26 मई तक वापस लौटना था। 31 मई तक सूचना नहीं मिलने के बाद खोजबीन शुरू हुई। 2 जून को 4 ब्रिटिश पर्वतारोहियों को बचाया गया। 4 ब्रिटिश, 2 अमेरिकी, एक-एक ऑस्ट्रिलियाई और भारतीय पर्वतारोही लापता थे। पर्वतारोहियों की खोज के लिए सेना के हेलीकॉप्टर से चलाए गए सर्च अभियान के दौरान बर्फ पर लापता पांच पर्वतारोहियों के शव और सामान बिखरे हुए देखे गए। अब पर्वतारोहियों के शव को निकालने के लिए सेना, पुलिस, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीम को भेजा गया है। नंदा देवी ईस्ट में पर्वतारोहण अभियान में पर्वतारोहियों के साथ गए सभी पोर्टर और कुक सुरक्षित हैं। प्रशासन के अनुसार सभी पोर्टर और कुक सामान के साथ लौट रहे हैं। पिथौरागढ़ जिला प्रशासन जिलाधिकारी विजय कुमार जोगडंडे के नेतृत्व में सभी विभागों के साथ समन्वय बनाकर सर्च अभियान में जुटा है। पर्वतारोहियों के साथ ये घटना कैसे घटी और क्या कारण रहे इसकी जानकारी एक्सपर्ट के मौके पहुंचकर जांच के बाद पता चलेगा।
बाईट- संजय गुंज्याल, आईजी एसडीआरएफ
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट