उत्तराखंड में काली कमली वाले बाबा ने बनाए थे कई विश्राम स्थल, आज भी तीर्थ यात्री उठाते हैं इनका निशुल्क लाभ!
ऋषिकेश में कमली वाले बाबा ने बनाये विश्राम स्थल आज भी निशुल्क !
उत्तराखंड में काली कमली वाले बाबा ने बनाए थे कई विश्राम स्थल, आज भी तीर्थ यात्री उठाते हैं इनका निशुल्क लाभ!
स्वर्गाश्रम ट्रस्ट के उप प्रबंधक जयेश कुमार झा बताते हैं कि काली कमली वाले बाबा का असली नाम स्वामी श्री आत्मप्रकाश महाराज था, साथ ही पंचायती क्षेत्र का निर्माण करने वाले स्वामी श्री विशोदानंद महाराज को भी काली कमली वाले के नाम से जाना जाता है. इन्होंने तीर्थ यत्रियों और साधु संतों के लिए काफी विकास कार्य किए.
उत्तराखंड को देवताओं की भूमि “देव भूमि” के नाम से जाना जाता हैं. इसी भूमि पर चारों धामों का वास है. उत्तराखंड के ऋषिकेश में भी कई सारे प्राचीन व मान्यता प्राप्त मंदिर स्थापित हैं, उन्हीं में से एक है काली कमली वाले बाबा का मंदिर. राम झूला पर स्थित इस मंदिर को लोग काफी मानते हैं, और दूर दूर से इनके दर्शन करने आते हैं. इन्होंने चार धाम यात्रा के दौरान आने वाली परेशानियों को समझ उन्हें दूर करने के निरंतर प्रयास किए और सभी तीर्थ यात्रियों को सुगम सुविधा प्रदान करने के लिए चट्टियों पर रहने की व्यवस्था की.
ऋषिकेश के प्रसिद्ध काली कमली वाले बाबा
लोकल 18 के साथ हुई बातचीत के दौरान स्वर्गाश्रम ट्रस्ट के उप प्रबंधक जयेश कुमार झा बताते हैं कि काली कमली वाले बाबा का असली नाम स्वामी श्री आत्मप्रकाश महाराज था, उन्होंने ही इस स्वर्गाश्रम ट्रस्ट का निर्माण किया, साथ ही पंचायती क्षेत्र का निर्माण करने वाले स्वामी श्री विशोदानंद महाराज को भी काली कमली वाले के नाम से जाना जाता है. इन दोनों ने ही तीर्थ यत्रियों और साधु संतों के लिए काफी विकास कार्य किए. पहले के समय में चार धाम यात्रा के लिए मोटर मार्ग की सुविधा उपलब्ध नहीं थी, जिस कारण वे पैदल ही यात्रा किया करते थे. तब इन यात्रियों के विश्राम या खान पान के लिए कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं थी. काली कमली वाले बाबा द्वारा इन यात्रियों के विश्राम के लिए चट्टियों का निर्माण किया गया साथ ही धर्मशाला, प्यालू आदि भी जगह जगह पर बनाए गए.
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए नैनीताल से ब्यूरो रिपोर्ट।