पुलिस प्रशासन बड़े अपराधियों पर लगा रहा अंकुश किये गिरफ्तार!

पुलिस प्रशासन बड़े अपराधियों पर लगा रहा अंकुश किये गिरफ्तार!

उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय से पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड के निर्देशन में अपराधों पर प्रभावशाली अंकुश लगाये जाने हेतु अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था द्वारा अपराधियों के विरूद्ध विशेष कार्यवाही करने हेतु दिनांक 19 सितम्बर 2017 से एक माह का विशेष अभियान चलाया गया।
चलाये गये अभियान की जनपद प्रभारियों द्वारा प्रतिदिन समीक्षा की गई, परिक्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षकों द्वारा साप्ताहिक एवं मुख्यालय स्तर पर पाक्षिक रूप से गहन समीक्षा की गई, जिसके दृष्टिगत हत्या, लूट, डकैती, गृहभेदन, वाहन लूट/चोरी, बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में वांछित चल रहे 209 वाछित अपराधियों में से 146 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
अभियान के दौरान प्रदेश पुलिस द्वारा इनामी अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 23 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। कई अपराधियों पर पुरस्कार राशि बहुत कम (पांच सौ अथवा हजार रूपये) थी, जिसमें समीक्षा करके जघन्य अपराधों के अनुसार 75 अपराधियों पर पुरस्कार राशि में वृद्धि की गई तथा अन्य फरार चल रहे 32 नये अपराधियों पर पुरस्कार राशि निर्धारित करके इनामी अपराधी घोषित किया गया। फरार इनामी अपराधियों पर पुरस्कार की राशि बढ़ाकर सूची सम्बन्धित प्रदेशों (उत्तर प्रदेश-71(मेरठ जोन-27, बरेली जोन-27, अन्य जोन-16) दिल्ली-7, पंजाब-2, पश्चिम बंगाल-1, बिहार-7, मध्य प्रदेश-5, मुम्बई-01, राजस्थान-03, हरियाणा-09 एवं हिमाचल प्रदेश-01) को भेजी गई है। जनपद की एस0ओ0जी0 एवं एस0टी0एफ0 को भी इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु टास्क दिया गया है।
हत्या, लूट, डकैती, गृहभेदन, वाहन लूट/चोरी, बलात्कार जैसे अनावरण हेतु शेष 73 जघन्य अपराधों में से 54 मामलों में अपराधियों की गिरफ्तारी करके  सफल अनावरण किया गया।
विभिन्न मामलों में गिरफ्तारी से बचने अथवा जमानत के उपरान्त मा0 न्यायालयों में उपस्थित न होने वाले 796 वारण्टियों को गिरफ्तार करके सम्बन्धित न्यायालयों में पेश किया गया।
172 पेशेवर अपराधियों के विरूद्ध गुण्डा एवं गैंगस्टर अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही की गई।
गैंग के रूप में साथ रहकर अपराध करने वाले 132 अपराधियों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही की गई, जिनमें से 105 गैंगस्टर्स को विभिन्न कारागारों में निरूद्ध किया गया। 307 आदतन अपराधियों के विरूद्ध गुण्डा एक्ट की कार्यवाही की गई। 42 गुण्डा को जिला बदर कराया गया। जिला बदर का उल्लंघन करने पर 9 को गिरफ्तार किया गया।
प्रदेश में प्रचलित चल रहे 1357 हिस्ट्रीशीटरों का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसमें वर्तमान में 113 हिस्ट्रीशीटर विभिन्न मामलों में जेल में निरूद्ध हैं, 11 एच0एस0 की मृत्यु होना पाया गया। शान्त चल रहे 73 हिस्ट्रीशीटर की निगरानी बन्द की गई। अपराधों में सक्रिय चल रहे 56 अपराधियों की नई हिस्ट्रीशीटर खोली गई।
विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाले लम्बित चल रहे 9165 शिकायती प्रार्थना पत्रों में से 7403 शिकायतों का सफल निस्तारण किया गया।
प्रचलित विभिन्न अपराधों में गिरफ्तारी से बचने हेतु अपने घर से फरार चल रहे 82 अपराधियों में से 78 अपराधियों के कुर्की वारण्टों की तामील करके विवेचनाओं का निस्तारण किया गया।
अपराधियों द्वारा विभिन्न न्यायालयों से अपनी गिरफ्तारी के प्रति स्टे लिया गया था, जिसमें से 11 अपराधियों का स्टे खारिज करवाकर गिरफ्तारी की गई।
अपराधियों द्वारा जमानत पर रहते हुए अपराधों में पुनः सक्रियता पाये जाने वाले 42 सक्रिय अपराधियों की जमानत निरस्तीकरण हेतु प्रभावी पैरवी करके जमानत निरस्त कराई गई। 
देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट/

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