सुरेंद्र सिंह रावत द्वारा हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सशक्त भू कानून की मांग को लेकर की गयी धरने की शुरुआत|
सुरेंद्र सिंह रावत द्वारा हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सशक्त भू कानून की मांग को लेकर की गयी धरने की शुरुआत|
प्रेस विज्ञप्ति
सम्मानित पत्रकार बंधुओं
आज दिनांक 23–5–2022 रविवार को गांधी पार्क के मुख्य द्वार पर क्रांतिकारी सुरेंद्र सिंह रावत द्वारा हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में भी सशक्त भू कानून की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत कर दी गई है। सम्मानित साथियों सरकार द्वारा चुनाव के दौरान भू कानून को लागू करने के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की फोटो बड़े-बड़े बैनरओ हॉर्डिंगो पर लगाकर करोड़ों रुपए का प्रचार प्रसार प्रदेश भर में किया गया और संदेश दिया गया कि यदि भाजपा सरकार दोबारा प्रदेश में आती और धामी जी मुख्यमंत्री बनते है तो शीघ्र ही भू कानून लागू किया जाएगा लेकिन अत्यंत खेद का विषय है कि अब माननीय मुख्यमंत्री भू कानून पर कोई दिलचस्पी नजर नहीं रही एवं मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश की जनता के साथ झूठा वादा एवं छल किया गया।
सरकार द्वारा गठित भू कानून समिति की समस्त रिपोर्ट सरकार तक पहुंच चुकी है लेकिन उसके बावजूद भी माननीय मुख्यमंत्री धामी जी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं और अपने चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं जिसे देखकर यह लगता है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी जी को राज्य की प्रथम मांग भू कानून पर कोई दिलचस्पी नहीं रही बड़े खेद का विषय है कि उन्हीं के मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा मीडिया में कहा जाता है कि भू कानून राज्य हित के लिए जरूरी नहीं है।
जो कि एक शर्मनाक बयान है और पार्टी के भीतर भू कानून को लेकर कितनी गंभीरता है यह भी स्पष्ट करता है।
इस बात का अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि सरकार कहीं ना कहीं राज्य की प्रमुख मांग भू– कानून को अब ठंडे बस्ते में डालना चाहती है जोकि जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी क्रांतिकारी सुरेंद्र सिंह रावत ने मौके पर कहा कि जब तक प्रदेश में सशक्त भू कानून लागू नहीं किया जाता वह अपना धरना यूं ही जारी रखेंगे और जरूरत पड़ी तो आत्मदाह से भी पीछे नहीं हटेंगे
इस मौके पर क्रांतिकारी सुरेंद्र सिंह उपेंद्र पंथ रावत अर्जुन रावत शुभम सैनी सुधांशु ज़ख्मोला शुभम रावत सौरभ रावत जसपाल रावत सूरज अन्य सभी साथी मौजूद रहे
आईडिया फॉर न्यूज़ के लिए ब्यूरो रिपोर्ट |