भारतीय स्टेट बैंक विकासनगर खाताधारकों का उत्पीड़न करे बंद- मोर्चा
भारतीय स्टेट बैंक विकासनगर खाताधारकों का उत्पीड़न करे बंद- मोर्चा
State Bank of India should stop harassing Vikasnagar account holders – Front
#सिर्फ एक ही काउंटर के सहारे चला रहा बैंक काम | #कभी सर्वर डाउन तो कभी अन्य बहाने ! #व्यापारी/आमजन को हो रही भारी परेशानी | #एक-दो घंटे बैठने के बाद भी खाली हाथ लौटने को मजबूर ! #उत्पीड़न बंद न हुआ तो मोर्चा ठोकेगा बैंक में ताला | विकासनगर -जन संघर्ष मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक शाखा विकासनगर में सिर्फ एक कैश काउंटर होने के चलते खाताधारकों (व्यापारियों व आमजन) को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है| कई- कई घंटे बैठने के बाद भी खाता धारक खाली हाथ लौटने को मजबूर हैं | अगर सौभाग्यवश नंबर आ भी जाता है तो सर्वर डाउन व अन्य बहाने बनाकर उनकी परेशानी में और ज्यादा इजाफा किया जाता है | मोर्चा द्वारा जनता की शिकायत के आधार पर स्वयं बैंक की हालत परखी, जिसमें ग्राहकों के उत्पीड़न की बात सत्य पाई गई | जन संघर्ष मोर्चा बैंक प्रशासन को आगाह करता है कि अगर समस्या का समाधान नहीं किया तो बैंक में ताला ठोकने पर भी मोर्चा गुरेज नहीं करेगा |
आईडिया फॉर न्यूज़ के लिए विकास नगर से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट
State Bank of India should stop harassing Vikasnagar account holders – Front
# Bank work is running with the help of only one counter. # Sometimes the server is down and sometimes other excuses! # Traders / common people are facing huge problems. Even after sitting for an hour or two, forced to return empty handed! # If the harassment does not stop, the front will lock in the bank. Praveen Sharma Pinni, District Media In-charge of Vikasnagar-Jan Sangharsh Morcha, said that the account holders (businessmen and common people) are facing huge difficulties due to only one cash counter in State Bank of India branch Vikasnagar. Even after sitting for several hours, the account holders are forced to return empty handed. Even if fortunately the number comes, then by making server down and other excuses, their trouble is further increased. The Morcha itself tested the condition of the bank on the basis of the complaint of the public, in which the matter of harassment of customers was found to be true. The Jan Sangharsh Morcha warns the bank administration that if the problem is not resolved, then the front will not hesitate even if the bank is locked.
Amit Singh Negi reports from Vikas Nagar for Idea for News