भारतीय रेल ने संयुक्त अनुसंधान के लिए आईआईटी रुड़की के साथ अपने एमओयू को आगे बढ़ाया
भारतीय रेल ने संयुक्त अनुसंधान के लिए आईआईटी रुड़की के साथ अपने एमओयू को आगे बढ़ाया
रुड़की, 23 सितंबर 2020: भारतीय रेल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की के साथ ही आईआईटी कानपुर और आईआईटी मद्रास के साथ अनुसंधान के क्षेत्र में अपने सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक एमओयू को नया रूप दिया है। भारतीय रेल के लिए इस एमओयू का उद्देश्य शिक्षा और उद्योग जगत के डोमेन नॉलेज और विशेषज्ञता का लाभ लेने में तेजी लाना है, ताकि भारतीय रेल नेटवर्क के लिए नई तकनीकों और अप्लीकेशन के विकास के लिए आवश्यक अनुसंधान को सही दिशा मिल सके। एमओयू रेल मंत्रालय द्वारा कोर और मौलिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए अनुमोदित सेंटर फॉर रेलवे रिसर्च (सीआरआर) के माध्यम से ट्रैक, ब्रिज और स्ट्रक्चर्स, हाई-स्पीड रेल के लिए सिविल इन्फ्रास्ट्रक्चर, ब्रिज, स्ट्रक्चर्स और हेल्थ मॉनिटरिंग, ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम, रेलवे एसेट्स की रिमोट मॉनिटरिंग सहित अन्य क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देगा।
“भारतीय रेल की प्रमुख तकनीकी समस्याओं को हल करने में आईआईटी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। न्यूनतम ऊर्जा अपव्यय, धूल का कम-से-कम जमाव, और न्यूनतम कंपन के साथ-साथ संचालन के प्रबंधन में रिमोट मॉनिटरिंग जैसी तकनीकी प्रगति के माध्यम से रोलिंग स्टॉक की दक्षता सुनिश्चित करना हमारी प्रमुख चुनौतियों में है। मुझे विश्वास है कि भारतीय रेल की आकांक्षाओं को पूरा करने में इस एमओयू की महत्वपूर्ण भूमिका होगी” श्री राजेश तिवारी, ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी ( सुरक्षा), ने कहा। श्री तिवारी पूर्व में ट्रैक्शन, भारतीय रेल के सदस्य रहे हैं।
भारतीय रेल दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक है, जो प्रति वर्ष 8.397 बिलियन यात्रियों को यातायात की सुविधा प्रदान करता है और 1000 मिलियन टन से अधिक माल को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाता है। यह ट्रैक इन्फ्रास्ट्रक्चर, पुल, रोलिंग स्टॉक और सिग्नलिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सहित अपनी परिसंपत्तियों के आधुनिकीकरण और उन्नयन के रूप में एक बड़े तकनीकी परिवर्तन से गुजर रहा है। यह कंडीशन मॉनिटरिंग, प्रीडिक्टिव मेन्टेनेन्स सिस्टम्स, डेटा एनालिटिक्स, और अन्य क्षेत्र में नई तकनीकों के विकास पर भी काम कर रहा है। रेल मंत्रालय द्वारा नेटवर्क के मुख्य मार्गों पर गति-उन्नयन परियोजनाओं को भी मिशन-मोड में लिया जा रहा है।
Idea for news ke liye rudki se amit singh negi ki report.