पूर्वी लद्दाख के गोगरा से पीछे हटीं भारत-चीन की सेनाएं, 12वें दौर की बातचीत में बनी थी सहमति!

पूर्वी लद्दाख के गोगरा से पीछे हटीं भारत-चीन की सेनाएं, 12वें दौर की बातचीत में बनी थी सहमति!
India-China armies withdrew from Gogra in eastern Ladakh, agreed in the 12th round of talks!

कोर कमांडर स्तर की 12वें दौर की बातचीत पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन की तरफ मोल्डो सीमा बिंदु पर 31 जुलाई की सुबह साढ़े 10 बजे शुरू होकर शाम 7.30 बजे खत्म हुई थी.

भारत-चीन बॉर्डर पर डिसइंगेजमेंट को लेकर भारतीय सेना का बड़ा बयान आया है. पूर्वी लद्दाख के गोगरा इलाके से भारत और चीन के सैनिक पीछे हटे हैं. दोनों पक्षों के बीच 12वें दौर की बातचीत में बनी सहमति के आधार पर यह कार्रवाई हुई है. गोगरा में अस्थायी निर्माण भी हटाए लिए गए हैं. भारतीय सेना ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. सेना ने बताया कि दोनों पक्षों द्वारा बनाए गए अन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया गया है और इसकी पुष्टि भी कर ली गई है. सेना ने कहा, ‘गोगरा पोस्ट से 4-5 अगस्त को दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटीं. दोनों पक्ष अब अपने-अपने स्थायी ठिकानों में हैं.

भारतीय सेना ने कहा, ‘दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए सभी अस्थायी ढांचे और अन्य संबद्ध बुनियादी ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया है और आपस में इसकी पुष्टि भी कर ली गई है. दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में लैंडफॉर्म (जमीन का एक प्राकृतिक रूप) को बहाल कर दिया गया है, जैसा कि गतिरोध शुरू होने से पहले था.’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह समझौता सुनिश्चित करता है कि इस क्षेत्र में एलएसी का दोनों पक्षों द्वारा कड़ाई से पालन और सम्मान किया जाएगा और यथास्थिति में एकतरफा बदलाव नहीं होगा.

सेना ने कहा, ‘गोगरा से सेना के पीछे हटने के साथ ही एक और संवेदनशील क्षेत्र का समाधान हो गया है. दोनों पक्षों ने वार्ता को आगे बढ़ाने और पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ शेष मुद्दों को हल करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है.’ सेना ने अपने बयान में यह भी कहा कि आईटीबीपी (इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस) के साथ भारतीय सेना देश की संप्रभुता सुनिश्चित करने और पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ शांति बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.

पिछले दौर की सैन्य वार्ता में दोनों पक्षों ने हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग में सैनिकों की वापसी की दिशा में आगे बढ़ने के रास्तों पर चर्चा की थी जिसका व्यापक उद्देश्य क्षेत्र में तनाव को कम करना था. हालांकि सैनिकों की वापसी की दिशा में कोई और प्रगति नहीं हुई थी. इससे पहले दोनों पक्षों ने सिलसिलेवार सैन्य एवं कूटनीतिक वार्ता के बाद पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिणी किनारों से सैनिकों और हथियारों को हटाने की प्रक्रिया फरवरी में पूरी कर ली है.

12वें दौर की वार्ता में मुद्दों को हल करने पर बनी थी सहमति
12वें दौर की बातचीत के बाद बीते दो अगस्त को जारी संयुक्त बयान में भारत और चीन ने मौजूदा समझौतों और प्रोटोकॉल के मुताबिक पूर्वी लद्दाख के शेष मुद्दों को शीघ्रता से हल करने एवं बातचीत की गति को बनाए रखने पर अपनी सहमति जताई थी. दोनों पक्ष अंतरिम तौर पर इस बात के लिए भी सहमत हुए थे कि वे पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रभावी प्रयास जारी रखेंगे और संयुक्त रूप से शांति बनाए रखेंगे.

करीब 9 घंटे तक चली थी 12वें दौर की वार्ता
कोर कमांडर स्तर की 12वें दौर की बातचीत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की तरफ मोल्डो सीमा बिंदु पर बीते 31 जुलाई की सुबह साढ़े 10 बजे शुरू होकर शाम 7.30 बजे खत्म हुई थी. करीब 9 घंटे तक चली इस बैठक का मकसद 14 महीनों से ज्यादा समय से इस क्षेत्र में जारी गतिरोध को खत्म करना था. बैठक के दौरान भारत ने हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग में सैनिकों की वापसी पर जोर दिया. इससे पहले 11वें दौर की सैन्य वार्ता नौ अप्रैल को एलएसी पर भारत की ओर चुशुल सीमा बिंदु पर हुई थी और यह बातचीत करीब 13 घंटे तक चली थी.

आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए दिल्ली से हेमंत पंवार /चंडीगढ़ से सुमित काम्बोज देहरादून से अमित सिंह नेगी के साथ ब्यूरो रिपोर्ट।

India-China armies withdrew from Gogra in eastern Ladakh, agreed in the 12th round of talks:-

The 12th round of Corps Commander level talks started at 10.30 am on July 31 at the Moldo border point on the LAC on the Chinese side in eastern Ladakh and ended at 7.30 pm. There has been a big statement of the Indian Army regarding the disengagement on the India-China border. Indian and Chinese troops have withdrawn from the Gogra area of ​​eastern Ladakh. This action has been taken on the basis of the consensus reached in the 12th round of talks between the two sides. Temporary constructions in Gogra have also been removed. The Indian Army gave this information on Friday. The army said that other infrastructure built by both sides has been destroyed and this has also been confirmed. The army said, ‘On August 4-5, the armies of both countries withdrew from the Gogra post. Both the sides are now in their respective permanent bases. The Indian Army said, “All temporary structures and other associated infrastructure built in the area by both sides have been dismantled and this has also been confirmed amongst themselves.” The landform (a natural form of land) in the area has been restored by both the sides, as it was before the standoff started. will be followed and respected and there will be no unilateral change in the status quo. “With the withdrawal of the army from Gogra, another sensitive area has been resolved,” the army said. Both sides have committed to carry forward the dialogue and resolve the remaining issues along the LAC in the western sector. Fully committed to ensure and maintain peace along the LAC in the western region. In the last round of military talks, the two sides discussed ways to move forward with the withdrawal of troops at Hot Springs, Gogra and Depsang, with the broader objective of de-escalating tensions in the region. However, no further progress was made in the direction of withdrawal of troops. Earlier, the two sides completed the process of withdrawing troops and weapons from the north and south banks of Pangong Lake in February after a series of military and diplomatic talks. There was an agreement to resolve the issues in the 12th round of talks In a joint statement issued on August 2 after the 12th round of talks, India and China had agreed to expeditiously resolve the remaining issues of eastern Ladakh and maintain the pace of talks in accordance with existing agreements and protocols. The two sides also tentatively agreed that they would continue their effective efforts to ensure stability along the Line of Actual Control in the western region and jointly maintain peace. The 12th round of talks lasted for about 9 hours. The 12th round of Corps Commander level talks started at 10.30 am on July 31 at the Moldo border point on the Line of Actual Control (LAC) on the Chinese side in eastern Ladakh and ended at 7.30 pm. The purpose of this meeting, which lasted for about 9 hours, was to end the deadlock in the region for more than 14 months. During the meeting, India insisted on the withdrawal of troops in Hot Springs, Gogra and Depsang. Earlier, the 11th round of military talks was held on April 9 at the Chushul border point on the Indian side of the LAC and this conversation lasted for about 13 hours.

Hemant Panwar from Delhi/Sumit Kamboj from Chandigarh/Bureau report with Amit Singh Negi from Dehradun for Idea for News.

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