महिला वकील से बदसलूकी का आरोप: हिमाचल के DGP की बढेंगी मुश्किलें, बार काउंसिल CJ को भेजेगी प्रस्ताव!
महिला वकील से बदसलूकी का आरोप: हिमाचल के DGP की बढेंगी मुश्किलें, बार काउंसिल CJ को भेजेगी प्रस्ताव!
Allegation of misbehavior with female lawyer: DGP of Himachal will face problems, Bar Council will send proposal to CJ!
स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि शिमला स्थित श्री रामकृष्ण मठ मिशन आश्रम के मंदिर में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा 3,4 कुत्तों के साथ प्रवेश करना और वहां पर साधना कर रहे आश्रम के संत के साथ मारपीट करने का कुकृत्य अतिनिन्दनीय है.
हिमाचल प्रदेश में महिला वकील ने सूबे के पुलिस प्रमुख डीजीपी संजय कुंडू पर बदसलूकी के आरोप लगाए हैं. इस संबंध में अब डीजीपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. महिला वकील ने बार काउंसिल को इस संबंध में शिकायत पत्र दिया था. इस हाईकोर्ट बार एसोशिएशन की मीटिंग हुई है. बार एसोसिएशन की आपात बैठक में फैसला लिया गया है कि डीजीपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए चीफ जस्टिस, सीएम और बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया को भेजा प्रस्ताव भेजा जाएगा. महिला वकील का दावा है कि डीजीपी की बदसलूकी के वीडियो भी उसके पास है और बार काउँसिंल की मीटिंग में घटना का वीडियो भी चलाया गया है. आरोप है कि 14 अगस्त को महिला से डीजीपी ने बदतमीजी की और इस दौरान शिमला के तत्कालीन एसपी भी वहीं मौजूद थे. वहीं, बार एसोसिएशन के प्रेजिडेंट नरेश्वर चंदेल ने फिलहाल मामले में कुछ भी कहने से इनकार किया है.
पुलिस ने धार्मिक रंग देने की कोशिश की?
पूरे मामले को लेकर पुलिस ने जिस तरह से पेश किया है, उससे इसे धार्मिक रंग देने की भी कोशिश की गई है. क्योंकि हिमाचल पुलिस के आधिकारिक पेज से वीडियो सांझा किया गया और देवभूमि, हिंदू, देवी-देवता जैसे शब्द लिखे गए हैं. जबकि पुलिस इस तरह के संवेदनशील मामलों को पब्लिक डोमेन में ऐसे नहीं रखती है. वहीं, पता चला है कि मंदिर से जुड़े वायरल वीडियो अप्रैल महीने के हैं. बड़ा सवाल यह भी है कि चार महीने पहले के मामले में अब पुलिस वीडियो क्यों जारी कर रही है.
क्योंकि सवाल प्रमुख पर उठे हैं तो डीजीपी ने मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया और कहा कि सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने पक्ष रख दिया है. वहीं, शिकायतकर्ता वकील से जब न्यूज 18 ने संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि वह भी इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहती हैं.
सैजल ने क्या कहा
स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि शिमला स्थित श्री रामकृष्ण मठ मिशन आश्रम के मंदिर में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा 3,4 कुत्तों के साथ प्रवेश करना और वहां पर साधना कर रहे आश्रम के संत के साथ मारपीट करने का कुकृत्य अतिनिन्दनीय है. हिमाचल प्रदेश में प्राचीन समय से ऋषि-मुनियों, साधू-सन्तों और देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना तथा आदर-सत्कार की परंपरा है, इसीलिए हिमाचल देवभूमि के नाम से अलंकृत है. यदि देवभूमि में ही साधू-सन्त, मठ-मंदिर सुरक्षित नहीं हैं तो और कहीं भी सुरक्षित नहीं हो सकते हैं. हमारी सरकार मठ-मंदिरों और साधू-संतो के संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध हैं. हिमाचल के DGP महोदय ने शिमला स्थित श्री रामकृष्ण मठ मिशन आश्रम में घटित घटना पर जो कार्यवाही की हैं वो प्रशसनीय हैं ऐसे गुड़ा तत्वों पर नकेल कसना अति आवश्यक है.
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए शिमला शिवानी नेगी देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट
Allegation of misbehavior with female lawyer: DGP of Himachal will face problems, Bar Council will send proposal to CJ!
Health Minister Rajiv Saizal said that the entry of some anti-social elements into the temple of Shri Ramakrishna Math Mission Ashram in Shimla with 3,4 dogs and assaulting the saint of the ashram who is doing spiritual practice there is highly condemnable. In Himachal Pradesh, a woman lawyer has accused the state’s police chief DGP Sanjay Kundu of misbehavior. Now the difficulties of the DGP may increase in this regard. The woman lawyer had given a complaint letter to the Bar Council in this regard. A meeting of this High Court Bar Association has been held. In the emergency meeting of the Bar Association, it has been decided that a proposal will be sent to the Chief Justice, CM and Bar Council of India for action against the DGP. The woman lawyer claims that she also has the video of the DGP’s misbehavior and the video of the incident has also been played in the meeting of the Bar Council. It is alleged that on August 14, the DGP misbehaved with the woman and during this time the then SP of Shimla was also present there. At the same time, the President of the Bar Association, Nareshwar Chandel, has refused to say anything in the matter at the moment. Police tried to give religious color? The way the police has presented the whole matter, an attempt has also been made to give it a religious color. Because the video was shared from the official page of Himachal Police and words like Devbhoomi, Hindu, Gods and Goddesses have been written. Whereas the police do not keep such sensitive matters in the public domain like this. At the same time, it has been learned that the viral videos related to the temple are from the month of April. The big question is also why is the police releasing the video now in the case of four months ago. Because questions have been raised on the chief, the DGP refused to say anything in the matter and said that Health Minister Rajiv Saizal has presented his side on behalf of the government. At the same time, when News18 contacted the complainant lawyer, he said that he too does not want to say much in this matter. what Saijal said Health Minister Rajiv Saizal said that the entry of some anti-social elements into the temple of Shri Ramakrishna Math Mission Ashram in Shimla with 3,4 dogs and assaulting the saint of the ashram who is doing spiritual practice there is highly condemnable. Himachal Pradesh has a tradition of worship and respect for sages, sages, saints and gods and goddesses since ancient times, that is why Himachal is decorated with the name of Devbhoomi. If the sages, saints, monasteries and temples are not safe in the land of God, then they cannot be safe anywhere else. Our government is committed for the protection of monasteries and temples and saints. The action taken by the DGP of Himachal on the incident at Shri Ramakrishna Math Mission Ashram in Shimla is commendable, it is very necessary to crack down on such elements.
Amit Singh Negi reports from Shimla Shivani Negi Dehradun for Idea for News