कोविड-19 प्रबंधन टीम को योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देश !
कोविड-19 प्रबंधन टीम को योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देश !
Yogi Adityanath’s strict instructions to the Kovid-19 management team
कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश
– पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में नए केस में गिरावट आ रही है जबकि डिस्चार्ज होने वालों की संख्या बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 25,858 नए कोविड केस की पुष्टि हुई है, जबकि इसी अवधि में 38,683 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। प्रदेश में अब तक 10,43,134 लोगों ने कोविड को हराकर आरोग्यता प्राप्त की है। यह स्थिति संतोषप्रद है। प्रदेश में नए कोविड केस कम हो रहे हैं, जबकि रिकवरी दर बेहतर हो रही है।
– उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्टिंग करने वाला राज्य है। बीते 24 घंटों में 2,08,558 सैम्पल टेस्ट हुए, जिसमें 1,18,000 टेस्ट केवल आरटीपीसीआर माध्यम से हुए। अब तक प्रदेश में 4.18 करोड़ टेस्ट हो चुके हैं। ‘टेस्ट, ट्रैक ट्रीट’ के मंत्र के अनुरूप कार्यवाही तेजी से की जाए।
– कोविड मरीजों की स्वास्थ्य सुरक्षा में हमारे चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी अस्पतालों की ओर से सतत सहयोग प्राप्त हो रहा है। इनका सेवाभाव और दायित्व निर्वहन की भावना प्रेरणास्पद है।
– कोविड मरीजों के इलाज एवं देखभाल में सेवारत चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी स्वास्थ्यकर्मियों, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, स्वच्छताकर्मियों आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं आदि की सेवाएं सेवाभाव और कर्तव्यपरायणता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सरकार ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहन प्रदान अतिरिक्त मानदेय प्रदान करने की घोषणा की है। अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिवसों के लिए वर्तमान वेतन/मानदेय का 25 फीसदी अतिरिक्त देय होगा।इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाएगा। यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के उपरांत इनके आइसोलेशन अवधि के लिए भी दिया जाएगा। मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी, उन्हें भी मानदेय प्रदान किया जाएगा।
– कोविड सम्बन्धी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जिलों में सेक्टर मैजिस्ट्रेट प्रणाली लागू की गई है। सेक्टर मैजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करें। हॉस्पिटल के बाहर भी यह लोग भ्रमण करते रहें, लोगों की मदद करते रहें। हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर सीधी नजर रखें। हर जरूरतमंद को सरकारी नीतियों के अनुरूप सभी जरूरी मदद उपलब्ध कराएं। इस व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। कोविड मरीजों के लिए शासन द्वारा तय डिस्चार्ज पॉलिसी को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
– प्रदेश में रेमेडेसीवीर सहित जीवनरक्षक मानी जा रही सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए रेमेडेसीवीर का दैनिक आवंटन भी बढ़ा दिया है। सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है। निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार डीएम/सीएमओ द्वारा इसकी उपलब्धता कराई जा रही है। सभी जिलाधिकारी और सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि जब भी किसी मरीज को यह इंजेक्शन दिया जाए तो वहां नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ एक चिकित्सक भी उपस्थित हो। इस जीवनरक्षक दवा की मांग, आपूर्ति और खपत का पूरा विवरण रखा जाए।
– प्रदेश के कतिपय जनपदों में कुछ अस्पतालों में अव्यवस्था की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। जनपद के सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक नियमित अंतराल पर भ्रमण करते रहें। सभी निजी एवं सरकारी कोविड अस्पताल में एक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय की जाए कि वह दिन में कम से कम एक बार मरीज के स्वास्थ्य की अद्यतन जानकारी उसके परिवारीजन को अवश्य दे। यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू कराई जाए। आपदा की इस स्थिति में मरीजों और उनके परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार होना चाहिए।
– कोविड संक्रमण से ग्रस्त ज्यादातर लोग समुचित चिकित्सकीय परामर्श से होम।आइसोलेशन में रहते हुए ही स्वस्थ हुए हैं। बहुत कम संख्या ऐसी है जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है। डीएम/सीएमओ होम आइसोलेशन में उपचाराधीन लोगों को मेडिकल किट समय से उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। लापरवाही की स्थिति में शासन स्तर से इनकी जवाबदेही तय की जाएगी। आइसीसीसी और सीएम हेल्पलाइन हर दिन ऐसे मरीजों से संवाद स्थापित करे। होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए टेलीकन्सल्टेशन व्यवस्था को और बेहतर किये जाने की जरूरत है।
– कोविड और नॉन कोविड मरीजों के लिए सभी जिलों में एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। 108 सेवा की 50 फीसदी एम्बुलेंस कोविड के लिए आरक्षित है। इसी प्रकार शव वाहन भी लगाए गए हैं। अंत्येष्टि की क्रिया पूरे सम्मान के साथ निःशुल्क कराई जाए। जनहित से जुड़ी इस व्यवस्था की सतत मॉनीटरिंग करने की आवश्यकता है। विशेष सचिव स्तर के एक अधिकारी को इस कार्य के लिए नियुक्त किया जाए।
आइडिया और न्यूज़ के लिए लखनऊ से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट
Guidelines of Chief Minister Yogi Adityanath to Team-09 set up to manage Kovid-19 – In the last few days, new cases are coming down in the state, while the number of discharges is increasing. In the last 24 hours, 25,858 new Kovid cases have been confirmed in the state, while 38,683 people have been healthy and discharged during the same period. So far, 10,43,134 people in the state have achieved health by defeating Kovid. This situation is satisfactory. New Kovid cases are decreasing in the state, while the recovery rate is getting better. – Uttar Pradesh is the most testing state. In the last 24 hours, 2,08,558 sample tests were conducted, of which 1,18,000 tests were conducted only through RTPCR. So far, 4.18 crore tests have been conducted in the state. Action should be taken expeditiously as per the mantra of ‘Test, Track Treat’. – Continuous support is being received from all the hospitals including our physicians and paramedical staff in the health protection of Kovid patients. His sense of service and discharge is inspiring. – The services of all health workers including paramedical staff, paramedical staff, housekeeping staff, sanitation workers, ASHA and anganwadi workers etc. are excellent examples of service and duty in the treatment and care of Kovid patients. The government has announced to provide additional honorarium to such personnel. Additional 25 per cent of the current salary / honorarium will be payable to the doctors, nursing staff serving in hospitals for the days of Kovid service. Similarly, other Coronas Warriors will also be given additional honorarium. This additional honorarium will also be given for their isolation period after duty. Services of medical / nursing final year students will also be availed in Kovid service work, they will also be given honorarium. With the objective of strengthening the Kovid related system, the sector magistrate system has been implemented in all the districts of the state. Sector magistrates make frequent visits to your area. Outside the hospital, these people keep visiting, help people. Keep a close watch on every big and small activity. Provide all necessary help to every needy in accordance with government policies. This system should be implemented effectively. The discharge policy decided by the government for Kovid patients should be implemented effectively. – Availability of all medicines considered as life saving including Remedacivir is being ensured in the state. The Government of India has also increased the daily allocation of Remediesvir for Uttar Pradesh. In government Kovid hospitals this injection is completely free. This is being made available to private hospitals by the DM / CMO as per the requirement. All the District Magistrates and CMOs should ensure that whenever a patient is given this injection, there is a doctor present along with the nursing staff. Complete details of the demand, supply and consumption of this life saving medicine should be maintained. Complaints of disorder have been received in some hospitals in certain districts of the state. District CMOs should ensure that senior doctors in Kovid hospitals keep visiting at regular intervals. In all private and government Kovid hospitals, the responsibility of a person should be fixed that he should give the latest information about the health of the patient to his family at least once a day. This system should be implemented effectively. In this situation of disaster, patients and their families should be treated with full sensitivity. – Most of the people suffering from Kovid infection get healthy with proper medical consultation. There are a very small number who need to be hospitalized. Ensure timely availability of medical kits to those undergoing DM / CMO home isolation. In the event of negligence, their accountability will be decided from the governance level. The ICCC and CM Helpline communicate with such patients every day. There is a need to improve teleconcentration system for home isolation patients. Ambulances have been arranged in all the districts for Kovid and Non Kovid patients. 50% of the 108 service ambulance is reserved for Kovid. Similarly, dead bodies have also been installed. The funeral procession should be done with free respect. There is a need for continuous monitoring of this system related to public interest. An officer of special secretary level should be appointed for this task. Amit Singh Negi reports from Lucknow for Idea and News