एम्स ऋषिकेश में कार्यशाला से देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए खुलेगी नई राह !

एम्स ऋषिकेश में कार्यशाला से देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए खुलेगी नई राह !
Workshop in AIIMS Rishikesh will open a new path to make the country a developed nation :-
चिकित्सा विशेषज्ञों ने राष्ट्र के विकास के लिए नैदानिक शोध को बढ़ावा दिए जाने पर दिया जोर एम्स, ऋषिकेश में शोध से राष्ट्र निर्माण विषय पर कार्यशाला का चौथा दिन

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में आई.ए. एम. बी. एस. एस. की 6 दिवसीय कार्यशाला में देशभर से जाने माने मेडिकल संस्थानों के विशेषज्ञ प्रतिभाग कर रहे हैं। इस दौरान विशेषज्ञों ने देश की उन्नति के लिए नैदानिक अनुसंधान के क्षेत्र में विशेषरूप से ध्यान दिए जाने पर जोर दिया, उनका कहना है कि ऐसा करने से ही हमारा देश विकासशील देशों की श्रेणी से विकसित देशों की सूची में आ सकता है।
आईएएमबीएसएस के संस्थापक एवं एम्स ऋषिकेश के सीनियर रेजिडेंट डॉ. जितेन्द्र गैरोला ने बताया कि देश को विकासशील से विकसित एवं आत्मनिर्भर देश बनाने का संकल्प नैदानिक अनुसंधान से ही पूरा हो सकता है,लिहाजा इस ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
डॉ. जितेंद्र ने अपने वक्तव्य में एक राष्ट्र और एक स्वास्थ्य एवं शोध परिषद के गठन पर बल दिया, जिससे देश में शिक्षा एवं अनुसंधान को बहुआयामी मापदंडों के अनुरूप ढाला जा सके। कार्यशाला की संयोजक प्रियंका उनियाल ने बताया कि इस कार्यशाला से उत्कृष्ट अनुसंधान लेखन में आधुनिक प्रवृत्तियों का समावेश शोधकर्ताओं और विज्ञान से जुड़े छात्रों को अवश्य लाभ मिलेगा।

कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में बतौर मुख्य वक्ता पीजीआईईएम, चंडीगढ़ की टेलीमेडिसिन संकायाध्यक्ष प्रोफेसर मीनू सिंह ने “व्यवस्थित मेटा एनालिसिस” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया, उन्होंने बेहतर विकल्पों के साथ आधुनिकता के समावेश पर जोर दिया।
कार्यक्रम के सह-संयोजक डा. अक्षत उनियाल ने बताया क़ि कार्यशाला में विभिन्न अनुसंधान क्षेत्रों से जुड़े शोधार्थीं और वैज्ञानिक बढ़ चढ़कर प्रतिभाग कर रहे हैं, जिससे
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए ऋषिकेश से देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट।

Workshop in AIIMS Rishikesh will open a new path to make the country a developed nation :-

Medical experts emphasize on promoting clinical research for the development of the nation, the fourth day of the workshop on the topic of nation building through research at AIIMS, Rishikesh All India Institute of Medical Sciences, AIIMS Rishikesh at I.A. M. B. s. s. Experts from well-known medical institutions from across the country are participating in the 6-day workshop. During this, the experts emphasized on special attention in the field of clinical research for the progress of the country, they say that only by doing this our country can come from the category of developing countries to the list of developed countries. Dr. Jitendra Gairola, Founder of IAMBSS and Senior Resident of AIIMS Rishikesh said that the resolve to make the country from developing to developed and self-reliant country can be fulfilled only through clinical research, so special attention is needed in this direction. Dr. Jitendra in his statement stressed on the formation of a nation and a health and research council, so that education and research in the country can be molded according to multidimensional parameters. The coordinator of the workshop, Priyanka Uniyal, said that the inclusion of modern trends in excellent research writing will definitely benefit researchers and students associated with science from this workshop. Professor Meenu Singh, Dean of Telemedicine, PGIEM, Chandigarh, delivered a lecture on the topic “Systematic Meta Analysis” as the keynote speaker in the various sessions of the workshop, emphasizing on incorporation of modernity with better alternatives. Program co-convener Dr. Akshat Uniyal said that researchers and scientists from various research fields are actively participating in the workshop, so that

Amit Singh Negi reports from Dehradun to Rishikesh for Idea for News.

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