ऋषिकेश एम्स में 100 बेड ब्लैक फंगस के लिए तैयार !
ऋषिकेश एम्स में 100 बेड ब्लैक फंगस के लिए तैयार !
100 bed black fungus ready in Rishikesh AIIMS :-
ब्लैक फंगस “म्यूकर माइकोसिस” का बढ़ा खतरा !ऋषिकेश एम्स में 100 बेड तैयार किए , इनमें आईसीयू सुविधा वाले 10 बेड शामिल !
कैसे पहचाने, किसको होता है, कैसे बचे, पढ़िए महत्वपूर्ण जानकारी !
म्यूकर माइकोसिस के मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के मद्देनजर ग्रसित मरीजों के लिए एम्स, ऋषिकेश में 100 बेड तैयार किए गए हैं। इनमें आईसीयू सुविधा वाले 10 बेड शामिल हैं।
म्यूकर माइकोसिस के मरीजों के समुचित उपचार के लिए एम्स में विशेषज्ञ चिकित्सकों की 2 टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों में ईएनटी, न्यूरो, नेत्र, डेंटल और माइक्रोबायोलॉजी के चिकित्सक शामिल हैं। डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में एम्स में म्यूकर माइकोसिस के 70 पेशेंट भर्ती हैं। कोविड पाॅजिटिव और कोविड नेगेटिव रोगियों को अलग-अलग वार्डों में रखा गया है। म्यूकोर माइकोसिस के मरीजों की सर्जरी के लिए अलग-अलग ऑपरेशन थिएटर आरक्षित किए गए हैं।
म्यूकर माइकोसिस ट्रीटमेंट टीम के हेड और ईएनटी विभाग के सर्जन डाॅ. अमित त्यागी ने बताया कि शुगर के मरीजों को इस बीमारी से विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि बिना चिकित्सकीय सलाह के स्टेराॅयड का सेवन शुगर वाले कोविड मरीजों के लिए बेहद नुकसानदायक है।
1- क्या है म्यूकर माईकोसिस
म्यूकर माइकोसिस एक दुर्लभ तरह का फंगस है। यह नाक के द्वारा या चोट से आए घाव और खरोंच के जरिए शरीर में ज्यादा तेजी से फैलता है। उन मरीजों में यह ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है। एम्स में म्यूकर माइकोसिस ट्रीटमेंट टीम के हेड व ईएनटी सर्जन डाॅ. अमित त्यागी का कहना है कि कोरोना संक्रमित वह पेशेंट जिनका शुगर लेवल नियंत्रण में नहीं है, उन्हें इस बीमारी से ज्यादा खतरा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर इस फंगस को तेजी से पनपने का मौका मिलता है और रोगी जल्दी ही गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है।
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2- कितनी खतरनाक है यह बीमारी
म्यूकर माइकोसिस से दिमाग,आंख और नाक पर बुरा असर देखने को मिलता है। इस फंगस की सबसे खतरनाक बात यह है कि समय रहते इलाज नहीं होने पर इससे ग्रसित व्यक्ति अपनी आंखों की रोशनी भी गंवा सकता है।
3- म्यूकोर माईकोसिस के प्रमुख लक्षण
बुखार, सिरदर्द, नाक बंद होना, नाक से गंदा पानी बहना, आंख में सूजन होना, आंखों में दर्द होना, आंख का मूवमेंट कम होना, आंख से कम दिखाई देना और रोगी की देखने की क्षमता का क्षीण होना इसके प्रमुख लक्षण हैं। यह बीमारी उन लोगों में अधिक देखी जा रही है जिन्हें डायबिटीज की समस्या है।
क्या है डॉक्टर की सलाह
चिकित्सकों की सलाह है कि स्टेराॅयड के सेवन से इलाज करने वाले कोविड संक्रमित रोगी अपने शुगर की नियमित जांच करवाएं और शुगर लेवल पर नियंत्रण रखें। लक्षण नजर आने पर बिना देरी किए चिकित्सक से परामर्श लें। बिना चिकित्सीय सलाह के स्टेराॅयड का सेवन कदापि नहीं करें।
म्यूकर माइकोसिस का उपचार
यह संक्रमण नाक व साईनस से शुरू होता हुआ शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने लगता है। इसके उपचार में शरीर में बेजान और संक्रमित ऊतकों को निकाला जाता है, इसलिए कुछ मरीज अपनी ऊपरी दाड़ और आंखें खो बैठते हैं। इसके उपचार में 3 से 6 सप्ताह तक नसों का एंटी-फंगल उपचार भी शामिल है। घातक होने के कारण यह संक्रमण पूरे शरीर पर बुरा असर छोड़ता है।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए ऋषिकेश से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट।
Increased risk of black fungus “mucor mycosis”! Built 100 beds in Rishikesh AIIMS, including 10 beds with ICU facility! How to identify, who happens, how to save, read important information! 100 beds have been prepared in AIIMS, Rishikesh for the patients suffering from continuous increase in the number of patients with Mucor Mycosis. These include 10 beds with ICU facility. For the proper treatment of patients with Mucor mycosis, 2 teams of specialist physicians have been formed at AIIMS. These teams include ENT, Neuro, Eye, Dental and Microbiology practitioners. Dean Hospital Affairs Professor UB Mishra said that there are currently 70 patients admitted for Micker Mycosis in AIIMS. Kovid positive and Kovid negative patients are housed in separate wards. Separate operation theaters have been reserved for the surgery of patients with mucor mycosis. Mooker Mycosis Treatment Team Head and ENT Department Surgeon Dr. Amit Tyagi told that the patients of sugar need to be specially alert from this disease. He said that the intake of steroid without medical advice is very harmful for the sugar-fed Kovid patients. 1- What is mucor mycosis Mucor mycosis is a rare type of fungus. It spreads more rapidly in the body through nostrils or bruises and scratches. It is seen more in those patients whose immunity is weak. Head of the Mucor Mycosis Treatment Team at AIIMS and ENT Surgeon Dr. Amit Tyagi says that corona infected patients whose sugar level is not under control are more at risk from the disease. When the immunity is low, this fungus gets a chance to grow rapidly and the patient reaches a critical condition soon. . 2- How dangerous is this disease Mucor mycosis can cause adverse effects on the brain, eyes and nose. The most dangerous thing about this fungus is that if not treated in time, a person suffering from it can also lose their eyesight. 3- Major symptoms of mucor mycosis Fever, headache, nasal congestion, runny nose, swollen eyes, pain in the eyes, reduced eye movement, poor eye sight and poor vision of the patient are the main symptoms. This disease is seen more in those who have diabetes problem. What is doctor’s advice Physicians recommend that covid infected patients treated with the intake of steroid get their sugar regularly checked and control the sugar level. Consult Chi Kitsak without delaying symptoms. Never consume steroid without medical advice. Treatment of mucor mycosis This infection starts from the nose and sinus and spreads to other parts of the body. In its treatment, lifeless and infected tissues are removed in the body, so some patients lose their upper teeth and eyes. Its treatment also includes anti-fungal treatment of nerves for 3 to 6 weeks. Being fatal, this infection leaves a bad effect on the whole body.
Amit Singh Negi reports from Rishikesh for Idea for News.