हिमाचल: मरने के बाद भी ‘अमर’ हुए शिमला के अमर प्रकाश, मरने से पहले ही IGMC को कर दी थी देहदान!
हिमाचल: मरने के बाद भी ‘अमर’ हुए शिमला के अमर प्रकाश, मरने से पहले ही IGMC को कर दी थी देहदान!
Himachal: Amar Prakash of Shimla, who became ‘immortal’ even after his death, had donated his body to IGMC before he died :-
टुटू के विजय नगर के 91 वर्षीय अमर प्रकाश का शरीर अब आईजीएमसी के प्रशिक्षु चिकित्सकाें के काम आएगा.
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में प्रशिक्षु डॉक्टरों के प्रशिक्षण लिए देहदान करने में जागरुक लोग आगे आ रहे हैं. शनिवार को देहदान (Body Donation) समिति द्वारा आईजीएमसी शिमला के एनाटाॅमी विभाग को सातवी बार देहदान कराया गया है. विजय नगर शिमला निवासी 91 वर्षीय अमर प्रकाश की आज सुबह 3.45 बजे आकस्मिक मृत्यु हो गई. तो उनके पुत्र अश्विनी कुमार और उनके परिवार के सदस्यों ने आईजीएमसी शिमला के एनाटाॅमी विभाग (Anatomy Department of IGMC Shimla) को उनकी देह दान की प्रक्रिया पूरी की. अमर प्रकाश रेलवे से सेवानिवृत्त थे और उन्होंने इच्छानुसार देह दान समिति की ओर से देहदान के लिए साल 2010 में पंजीकरण कराया था.
बता दें कि इससे पूर्व समिति द्वारा बलदेव वर्मा पुत्र जगर सिंह निवासी ग्राम भंगरी पी.ओ. चोकर, जिला सिरमौर, जिया लाल पटियाल पी.ओ. कुमारहट्टी, जिला सोलन की भी देहदान करा चुके हैं. इसके अलावा 398 डोनर ने अपना देहदान करने के लिए अपनी रुचि दिखाई है.
देहदान करने से प्रशिक्षु डॉक्टरों को मिलेगा लाभ
IGMC के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने बताया कि देहदान समिति के गठन साल 2006 में किया गया है जिसके बाद आज तक 7 लोगों का देहदान किया गया है. उन्होंने बताया कि देहदान करने वाले लोगों का मृतक शरीर अस्पताल के लिए 24 घंटे के भीतर देना पड़ता है ताकि शरीर को मॉर्चरी में रखा जा सके. उन्होंने बताया कि देहदान का फायदा प्रशिक्षु डॉक्टर को प्रशिक्षण के लिए मिलेगा और अच्छी तरह से वे रिसर्च कर सकेंगे. उन्होंने लोगों से भी आह्वान किया है कि वे अपना देहदान करने में रुचि दिखाएं और IGMC में आकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं.
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए शिमला से शिवानी नेगी देहरादून से अमित सिंह नेगी के साथ ब्यूरो रिपोर्ट।
Himachal: Amar Prakash of Shimla, who became ‘immortal’ even after his death, had donated his body to IGMC before he died :-
The body of 91-year-old Amar Prakash of Tutu’s Vijay Nagar will now be used by the trainee doctors of IGMC.
Conscious people are coming forward to donate bodies for the training of trainee doctors in the state’s largest hospital IGMC. On Saturday, the body has been donated for the seventh time by the Body Donation Committee to the Anatomy Department of IGMC Shimla. Amar Prakash, a resident of Vijay Nagar Shimla, died suddenly at 3.45 am today. So his son Ashwini Kumar and his family members completed the process of donating his body to the Anatomy Department of IGMC Shimla. Amar Prakash was retired from the Railways and he had registered for body donation in the year 2010 on behalf of the Deh Dan Samiti as per his wish.
Let us inform that earlier, Baldev Verma son Jagar Singh resident village Bhangri P.O. Bran, District Sirmaur, Jiya Lal Patial P.O. Kumarhatti has also donated the body of district Solan. Apart from this, 398 donors have shown their interest to donate their bodies.
Trainee doctors will get benefit by donating body
IGMC Senior Medical Superintendent Dr Janak Raj told that the body donation committee has been constituted in the year 2006, after which 7 people have been donated till date. He told that the dead body of the people who donated the body has to be given to the hospital within 24 hours so that the body can be kept in the mortuary. He told that the trainee doctor will get the benefit of body donation for training and they will be able to do research well. He has also called upon the people to show interest in donating their bodies and get themselves registered in IGMC.
Shivani Negi from Shimla for Idea for News Bureau report with Amit Singh Negi from Dehradun.