केदारनाथ के बहाने कांग्रेस सनातनी चोला पहनने की फिराक मे: चौहान!
केदारनाथ के बहाने कांग्रेस सनातनी चोला पहनने की फिराक मे: चौहान!
बद्रीनाथ को बौद्ध मठ कहने वाले सहयोगी तो खुद संभाली राम मन्दिर विरोध की कमान
राजनीति प्रायोजित यात्राओं का हस्र भी पहले जैसा निश्चित
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि हमेशा ही समुदाय विशेष के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस सनातन विरोध से ध्यान बांटने के लिए अब केदारनाथ के बहाने सनातनी चोला पहन रही है जो कि अल्प समय के लिए है।
कांग्रेस की कथित यात्रा के संबंध मे पूछे गए सवाल के जवाब मे चौहान ने कहा कि कांग्रेस की इस यात्रा का हस्र भी वही होगा जो कि पूर्व मे हुई यात्राओं मे हुआ था। दुष्प्रचार और उद्देश्यहीन इन यात्राओं का आयोजन महज राजनैतिक उद्देश्य के लिए होता रहा और जनता ने कोई तवज्जो नही दी। हालात यहां तक रहे कि इन यात्राओं मे खुद कांग्रेसी नही पहुंचे और यात्रा शुरू हुई, लेकिन कब समाप्त हुई पता नही लगा।
चौहान ने कहा कि केदारनाथ को लेकर स्थिति स्पष्ट है कि दिल्ली मे केदारनाथ धाम नही बन रहा है और ट्रस्ट ने साफ किया है कि मन्दिर धाम नही है और न ही वह इस शब्द प्रयोग करेंगे। सीएम ने शिलान्यास मे महज अथिति के रूप मे शिरकत की और उसका केदारनाथ के स्वरूप से कोई लेना देना नही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हिंदू सनातन संस्कृति का विरोध करती रही है और इसके कई उदाहरण सामने आते रहे हैं। कांग्रेस के सहयोगी सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हिंदुओ के प्रमुख तीर्थ बद्रीनाथ को जब आठवीं सदी का बौद्ध मठ बता रहे थे तो तब कांग्रेसियों को सनातन के अपमान की चिंता नही हुई। राम मन्दिर के निर्माण को रोकने के लिए तमाम हथकंडे अपनाने और राम को काल्पनिक बताने पर कांग्रेस की मंशा को समझा जा सकता है। वहीं मुंबई मे बद्रीनाथ धाम का निर्माण करने वाली राज्य कांग्रेस चुप है।
उन्होंने कहा कि देश के करोड़ो सनातनियों ने कांग्रेस को जिस तरह उसकी तुष्टिकरण की नीति का जवाब दिया वह उसके बदलते रंग से वाक़िफ़ हैं। राज्य की जनता जानती है कभी मुस्लिम यूनिवर्सिटी, कभी जुमे की नमाज के लिए अवकाश सहित तमाम तुष्टिकरण के लिए निर्णय लेने वाले अब खुद को सनातन और सनातन के प्रहरी होने का दिखावा है जिसे जनता माफ नही करेगी।
मनवीर सिंह चौहान
प्रदेश मीडिया प्रभारी
भाजपा उत्तराखण्ड