हिमाचल के निगुलसरी में भयंकर लैंडस्लाइड, ट्रक और पिकअप पर गिरे बड़े-बड़े पत्थर!
हिमाचल के निगुलसरी में भयंकर लैंडस्लाइड, ट्रक और पिकअप पर गिरे बड़े-बड़े पत्थर!
किन्नौर के निगुलसरी प्वाइंट को लैंडस्लाइड के लिए बेहद खतनाक माना जाता है.यहां पर 2021 में भी लैंडस्लाइड में 25 लोगों की मौत हो गई थी. उधर, हिमाचल प्रदेश में इस मॉनसून सीजन में अब तक 408 लोगों की मौत हो चुकी है. 150 के करीब मौतें सड़क हादसों में हुई हैं.
रिकॉंन्गपिओ. हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में निगुलसरी में एक बार फिर से लैंडस्लाइड हुआ है. घटना में पहाड़ी से बड़े बड़े पत्थर गिरे और दो गाड़ियों लैंडस्लाइड की चपेट में आई गई. ट्रक और पिकअप वाहन बड़े बड़े पत्थर गिरने से पूरी तर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. हालांकि, राहत की बात यह कि किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है. बता दें कि इस प्वाइंट को लैंडस्लाइड के लिए बेहद खतनाक माना जाता है.
जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह का यह मामला है. किन्नौर जिले के निगुलसरी के पास पहाड़ी से पत्थरों की बौछार हुई है. इस दौरान पत्थरों की चपेट में ट्रक और पिकअप वाहन आय़ा है. पिकअप में लोड सेब सड़क पर बिखर कर पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. राहत की बात यह है कि गाड़ी सवार लैंडस्लाइड से पहले ही वाहन से उतर गए थे. इससे किसी भी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है. फिलहाल, हाईवे को बहाल करने की कोशिश जारी है. मशीनरी मौके पर पहुंची है.
लैंडस्लाइड का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि स़ड़क पर वाहनों की कतार लगी हुई है और बड़ी संख्या में लोग भी मौके पर मौजूद हैं.
गौरतलब है कि 12 अगस्त 2021 में इसी प्वाइंट निगुलसरी में बड़ा भयंकर लैंडस्लाइड हुआ था. इस लैंडस्लाइड में एचआरटीसी की बस और ट्रक चपेट में आ गए थे. कुल 25 लोगों की मौत हुई थी. चलती एचआरटीसी बस पर यहां बड़े बड़े पत्थर और मलबा गिरा था, जिससे बस नीचे खाई में गिर गई थी. तब से लगातार इस प्वाइंट पर लैंडस्लाइड हो रहे हैं. यहां पर अर्ली वार्निंग सिस्टम भी लगाया गया है.
मॉनसून सीजन में कितना नुकसान
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून सीजन में अब तक 408 लोगों की मौत हो चुकी है. 150 के करीब मौतें सड़क हादसों में हुई हैं. अब भी लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड में 38 लोग लापता हैं. प्रदेश को अब तक 8676 करोड़ से ज्यादा के नुकसान हो चुका है. सूबे में 381 लोग घायल हुए हैं. 2558 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त, 10 हजार 891 घरों को आंशिक नुकसान और 318 दुकानें जमींदोज हो चुकी हैं. आपदा में 5669 पशुशालाएं भी ढहीं हैं.
कॉपी पेस्ट विद थैंक्स।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए दिल्ली से ब्यूरो रिपोर्ट।