बंजर पड़े खेतों पर सगंध फार्मिंग की सुरुआत–मुख्यमन्त्री !

बंजर पड़े खेतों पर सगंध फार्मिंग की सुरुआत–मुख्यमन्त्री !

पहाड़ में अब सगंध फार्मिंग के माध्यम से बंजर पड़े खेतों का पुनरुद्धार कर लोगों की आर्थिकी बढ़ाई जाएगी। यह बात शुक्रवार को चुन्डई पीड़ा, जयहरीखाल में ’’सगन्ध फार्मिंग द्वारा खाली पडे खेतो का पुनरूद्वार’’ संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आसवन संयत्र का भी उद्घाटन किया। 

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि उत्तराखंड में करीब 3746 किसानों द्वारा बंजर पड़ी 660 हेक्टेयर जमीन पर लैमनग्रास जैसे सगंध पौधों की खेती को अपनाया जा रहा है। एक छोटी सी कोशिश कितना परिवर्तन ला सकती है, इसका उदाहरण है कि आज उत्तराखण्ड में लेमनग्रास का वार्षिक उत्पादन 576 किलोग्राम तक पहुंच गया है। इससे किसानों की भी अच्छी आमदनी हो रही है। उन्होंने कहा कि जयहरीखाल का क्लस्टर भी कैप द्वारा संचालित उन्हीं क्लस्टरों में से एक है, जहां सगंध पौधों की खेती को नया आयाम देने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि यहां पर आज एरोमैटिक पौधों से तेल निकालने की आसवन केंद्र की भी शुरुआत हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हम लैमनग्रास के जरिए बंजर भूमि को आबाद कर सकते हैं, और आमदनी भी प्राप्त कर सकते है, तो निश्चित रूप से पलायन रोकने की दिशा में यह क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने, गांवों से पलायन रोकने और कृषि व संबंधित क्षेत्रों को मजबूती देने के लिए हमारी सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। सगंध खेती या ऐसे अन्य नए प्रयोगों के लिए अगर कोई किसान पहल करना चाहता है, और उसे कर्ज की जरूरत है तो मात्र 2 फीसदी के सस्ते ब्याज दर पर 01 लाख तक का कर्ज हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक खेती से हटकर कुछ करने वाले किसानों को सरकार द्वारा भरपूर प्रोत्साहन दिया जाएगा।

कार्यक्रम में नैनीताल से आये कास्तकार किशन सिंह ने बताया कि कृषि उद्यानीकरण के तहत तेजपत्ता व तुलसी के तेल से वर्ष में 20 लाख कि आमदनी प्राप्त होती है, किंतु व्यवसायिक गतिविधियों में नैनीताल के पुलिस उपनिरीक्षक बाधा बन रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उपनिरीक्षक को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त अल्मोड़ा के कृषक श्री रामानंद अग्रवाल व स्थानीय कास्तकार श्री वीरेंद्र भारती शर्मा ने कृषि के क्षेत्र में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओ का लाभ उठाने का आह्वान किया। इन कास्तकारों ने उत्पादित फसलों के लिए हॉट बाजार के साथ ही सामग्री का समर्थन मूल्य निर्धारित किये जाने की माग की। कार्यक्रम में कृषि, उद्यान, जलागम सहित कई अन्य विभागों द्वारा स्टाल लगाकर लोगों को राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।

 इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल, पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज, विधायक श्री दिलीप रावत, सचिव डी.सेंथिल पांडियन, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री शेलेन्द्र बिष्ट, जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी श्री सुशील कुमार, एस.एस.पी. श्री जे.आर.जोशी सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट /  

 

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