हिमाचल में 14 जून से परिवहन सेवा शुरू करने की तैयारी, कैबिनेट बैठक में होगा निर्णय!
हिमाचल में 14 जून से परिवहन सेवा शुरू करने की तैयारी, कैबिनेट बैठक में होगा निर्णय!
Preparation to start transport service in Himachal from June 14, decision will be taken in cabinet meeting :-
हिमाचल में 14 जून से परिवहन सेवा शुरू करने की तैयारी कर ली है। करीब दो महीने से परिवहन निगम की बसें खड़ी हैं। इससे निगम को 120 करोड़ का नुकसान हो चुका है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में 14 जून से परिवहन सेवा शुरू करने की तैयारी कर ली है। हिमाचल पथ परिवहन निगम के चालकों, परिचालकों को स्टेशन पर पहुंचने, बसों की मरम्मत और दिन में एक बार बसों को स्टार्ट करने के लिए कहा गया है। 11 जून को होने वाली कैबिनेट बैठक में इस पर चर्चा के बाद फैसला ले सकते हैं। करीब दो महीने से परिवहन निगम की बसें खड़ी हैं।
इससे निगम को 120 करोड़ का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में परिवहन निगम के पास 3100 बसें हैं। इतनी ही निजी बस ऑपरेटरों के पास हैं। निजी बस ऑपरेटर टैक्स माफ करने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं। हालांकि सरकार ने इनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। निगम प्रबंधन की माने तो बसें खड़ी रहने से करीब डेढ़ सौ करोड़ का नुकसान अब तक निगम को हो चुका है। निगम का कोष खाली हो गया है। कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए सरकार पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए शिमला से शिवानी नेगी देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट।
Preparations have been made to start transport service in Himachal from June 14. The buses of the Transport Corporation are standing for about two months. Due to this the corporation has suffered a loss of 120 crores.
Himachal Pradesh government has made preparations to start transport service in the state from June 14. The drivers, operators of Himachal Road Transport Corporation have been asked to reach the station, repair the buses and start the buses once a day. After discussing this in the cabinet meeting to be held on June 11, a decision can be taken. The buses of the Transport Corporation are standing for about two months.
Due to this the corporation has suffered a loss of 120 crores. The Transport Corporation has 3100 buses in the state. The same number are with private bus operators. Private bus operators are pressurizing the government to waive the tax. However, the government has assured to fulfill their demands. According to the corporation management, till now the corporation has suffered a loss of about one hundred and fifty crores due to the standing of the buses. The corpus of the corporation has become empty. Employees have to depend on the government to pay their salaries.
Shivani Negi from Shimla for Idea for News Bureau report from Dehradun.