स्वास्थ्य मंत्री ने किया ’एम्स ऋषिकेश’ को सम्मानित एबीडीएम योजना में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मिला पुरस्कार
स्वास्थ्य मंत्री ने किया ’एम्स ऋषिकेश’ को सम्मानित
एबीडीएम योजना में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मिला पुरस्कार
एम्स अपडेट
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत एम्स ऋषिकेश को पुरस्कृत कर विशेष सम्मान से नवाजा गया है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा एम्स को दिया गया यह पुरस्कार उत्तराखंड में इस योजना के बेहतर संचालन और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए दिया गया है। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर( डॉ.) मीनू सिंह ने इस उपलब्धि पर आयुष्मान भारत योजना डिजिटल मिशन टीम को बधाई दी है।
बीते रोज देहरादून स्थित संस्कृति भवन में देर शाम आयोजित समारोह के दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने एम्स ऋषिकेश को एबीडीएम योजना में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत उत्कृष्ट कार्य करने के साथ-साथ एम्स ऋषिकेश पहला सरकारी चिकित्सा संस्थान है, जिसने उत्तराखण्ड में क्यू-आर कोड बेस्ड स्कैन एंड शेयर ओपीडी की शुरुआत की है।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष 26 नवम्बर को एम्स ऋषिकेश ने इस योजना की शुरुआत की थी। इस सुविधा के शुरू हो जाने से एम्स अस्पताल में इलाज करवाने हेतु आने वाले मरीजों का आसानी से पंजीकरण होने लगा और योजना के शुरू हो जाने से अब उन्हें अपना पंजीकरण कराने के लिए लंबी लाइनों में खड़ा नहीं होना पड़ता है। देहरादून में आयोजित समारोह के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने एम्स ऋषिकेश द्वारा उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की सराहना की और कहा कि राज्य में प्रत्येक नागरिक की आभा आईडी बनाए जाने से आयुष्मान भारत मिशन योजना को और अधिक गति दी जा सकेगी।
एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर( डॉ.) मीनू सिंह ने इस उपलब्धि के लिए संस्थान की एबीडीएम टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की दूरगामी सोच व देश के आम गरीब परिवारों के स्वास्थ्य की चिंता के मद्देनजर आयुष्मान भारत योजना धरातल पर उतरी है। इस योजना से उत्तराखंड में लाखों लोग लाभान्वित हो चुके हैं। प्रोफेसर (डॉ) मीनू सिंह ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना को पीएम मोदी जी के विजन व संकल्प का साकार रूप बताया। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के प्रचार प्रसार व अधिकाधिक लोगों को इसका लाभ उपलब्ध कराए जाने की बात कही।
गौरतलब है कि एम्स संस्थान में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत अब तक 530 हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री कर दी गई है और अस्पताल में आने वाले मरीजों की 5600 से अधिक आभा आईडी भी बना दी गई है। यही नहीं एम्स के आयुष्मान विभाग द्वारा 15 हजार के करीब मरीजों का हेल्थ रिकॉर्ड को भी आभा आईडी के साथ लिंक कर दिया गया है। एम्स में 2080 के करीब स्कैन एंड शेयर से ओपीडी पंजीकरण भी किए जा चुके हैं।
समारोह के दौरान एम्स में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के बेहतर संचालन के लिए संस्थान में आयुष्मान भारत योजना के नोडल ऑफिसर डाॅ. मोहित धींगरा और एबीडीएम के समन्वयक कमल जुयाल को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए ऋषिकेश से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट