सात लाख रोजगार नामक जुमले की अद्यतन स्थिति स्पष्ट करें कौशिक -मोर्चा !
सात लाख रोजगार नामक जुमले की अद्यतन स्थिति स्पष्ट करें कौशिक -मोर्चा
Clarify the updated status of seven lakh jobs, Kaushik-Morcha :-
#सात लाख रोजगार नामक जुमला बेरोजगारों से धोखा ! #प्रदेश का युवा रोजगार के लिए तिल-तिल मरने/ आत्महत्या करने को मजबूर ! #स्थाई रोजगार की बात करें तो सिर्फ 10-15 हजार लोगों को ही मिला रोजगार ! विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक द्वारा इन 4 वर्षों के कार्यकाल में 7 लाख लोगों को रोजगार दिए जाने की बात कही है, जिसके द्वारा उद्योग में लगभग 1.60 लाख, ग्रामीण विकास में 1.53 लाख, वन महकमे में 89 हजार, लोक निर्माण विभाग में 58 हजार, परिवहन में 58 हजार, पेयजल में 41 हजार, पर्यटन में 41 हजार, कौशल विकास में 30 हजार तथा अन्य विभागों में 5 हजार से लेकर 10 हजार तक नौकरियां युवाओं को दिए जाने की बात कही है| नेगी ने कहा कि उक्त आंकड़े पूरी तरह से फर्जी हैं, क्योंकि जो आंकड़े इनके द्वारा बताए गए हैं, वो सिर्फ औद्योगिक इकाइयों में ठेकेदार द्वारा महीना- दो महीना के लिए दिया गया रोजगार, ग्रामीण विकास में स्वयं सहायता समूह से जुड़े लोगों, मनरेगा के तहत दो- तीन महीने का रोजगार, पीआरडी इत्यादि के तहत दो-तीन महीने का रोजगार, दो-चार दिन की रोजगार वाली ट्रेनिंग, अपने संसाधनों से आटा चक्की इत्यादि उद्योग लगाने वाले रोजगार तथा अन्य काल्पनिक रोजगार के नाम पर प्रदेश के युवाओं को छलने का काम किया गया है | नेगी ने कहा कि अगर आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में लगभग 70 हजार पदों के सापेक्ष सरकार द्वारा मात्र 10- 15 हजार युवाओं को ही अब तक रोजगार दिया गया है, जिनमें से अधिकांश पदों पर भर्ती हेतु अधियाचन पूर्ववर्ती सरकार का है | उक्त रोजगार को रोजगार कहा जा सकता है | नेगी ने कहा कि धरातल पर स्थिति यह है कि सात लाख लोगों को रोजगार दिए जाने नामक जुमला, जो सरकार द्वारा दिया गया था उसमें से 95 फ़ीसदी से ज़्यादा युवा घर बैठा अपने भाग्य को कोस रहा है यानि आज भी उसके पास कोई रोजगार नही है ! पूर्व में भी श्री कौशिक द्वारा इन्वेस्टर्स समिट के इन्वेस्टमेंट एवं रोजगार आंकड़ों के नाम पर प्रदेश की जनता को छलने का काम किया गया था | मोर्चा सरकार व प्रदेश अध्यक्ष श्री कौशिक से इन 7 लाख पदों पर हुई नियुक्ति को परिभाषित करने तथा इनकी अद्यतन स्थिति पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग करता है |
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट।
Clarify the updated status of seven lakh jobs, Kaushik-Morcha :-
#seven lakhs employment is a joke cheated by the unemployed! # The youth of the state are forced to die / commit suicide for the sake of employment! Talking about permanent employment, only 10-15 thousand people got employment! Vikasnagar- Jan Sangharsh Morcha President and former Vice President of GMVN Raghunath Singh Negi said that BJP State President Shri Madan Kaushik has talked about giving employment to 7 lakh people during these 4 years, through which about 1.60 lakh people in the industry, 1.53 lakh in rural development, 89 thousand in forest department, 58 thousand in public works department, 58 thousand in transport, 41 thousand in drinking water, 41 thousand in tourism, 30 thousand in skill development and from 5 thousand to 10 thousand in other departments. There is talk of giving jobs to the youth. Negi said that the above figures are completely bogus, because the figures given by them are only employment given by the contractor for two months in industrial units, people associated with self-help groups in rural development, MGNREGA. Under two-three months employment, two-three months employment under PRD etc., employment training for two-four days, employment of industries setting up flour mills etc. from their own resources and deceiving the youth of the state in the name of other imaginary employment. work has been done. Negi said that if we talk about the figures, then only 10-15 thousand youth have been given employment by the government against about 70 thousand posts in the state, out of which the requisition for recruitment to most of the posts is from the previous government. The said employment can be called employment. Negi said that the situation on the ground is that out of the jumla of providing employment to seven lakh people, which was given by the government, more than 95 percent of the youth sitting at home are cursing their fate, that is, even today they do not have any employment. ! In the past also, the work of deceiving the people of the state was done by Mr. Kaushik in the name of investment and employment data of the Investors Summit. The Morcha demands from the government and state president Mr. Kaushik to define the appointment made on these 7 lakh posts and issue a white paper on their updated status.
Amit Singh Negi reports from Dehradun for Idea for News.