आपदा की स्थिति में राहत त्वरित उपलब्ध हो -मुख्यमंत्री!
आपदा की स्थिति में राहत त्वरित उपलब्ध हो -मुख्यमंत्री!
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों से मानसून के दौरान अतिवृष्टि आदि से होने वाली संभावित आपदा की स्थिति में राहत व बचाव कार्यो की व्यापक तैयारी करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि आपदा राहत का ऐसा तंत्र विकसित किया जाय ताकि प्रदेश में
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आपदा से कोई जन हानि न होने पाये। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि आपदा रिस्पांस टाइम आधा घंटे से अधिक न हो। उन्होंने पीडितों को आपदा राहत की त्वरित उपलब्धता भी सुनिश्चत करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा मद में जिलाधिकारियों को पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करायी गई है। भविष्य में भी इस सम्बन्ध में धनराशि की कमी नही होने दी जायेगी।
बुधवार को सचिवालय में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह के साथ ही शासन के उच्चाधिकारियों, आयुक्तो, सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मानसून पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपदों में डिजास्टर प्रोन एरिया चिन्हित करने के साथ ही बरसात में होने वाले जलजनित बीमारियो की रोकथाम, बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसी आवश्यक सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। उन्होंने निर्देश दिये कि हेली कम्पनियो को सख्त हिदायत दी जाय कि वे आपदा के समय त्वरित राहत उपलब्ध कराने में विशेष ध्यान दे।
पर्वतीय क्षेत्रों के मार्ग निरन्तर खुले रहें,इसकी व्यवस्था बनाए रखने के लिए मार्गों पर जेसीबी मशीने मलवा आदि हटाने के लिए रखी जाए। प्रत्येक जनपद में प्रचुर मात्रा में खाद्यान्न एवं गैस का भण्डारण अभी से सुनिश्चित कर लिया जाए ताकि आपदा के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाए। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल के दौरान पर्वतीय क्षेत्र के दुर्गम ईलाके कट जाने की संभावनाएं बनी रहती हैं,इसलिए पूर्व की भाॅति संवदेनशील क्षेत्रों में 6 महीने के लिए पर्याप्त खाद्यान्न की व्यवस्था अग्रिम तौर पर की जाए। इसके साथ ही व्यापक मात्रा में जन एवं पशु से सम्बन्धित औषधियाॅ भी भण्डारित कर ली जाए ताकि जरूरत पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री ओम प्रकाश, श्रीमती राधा रतूड़ी, डीजीपी श्री अनिल रतूड़ी, सचिव श्रीमती भूपिन्दर कौर औलख, श्री नितेश झा के साथ ही, मौसम, पुलिस, बीआरओ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के साथ ही सभी सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी, आयुक्त व जिलाधिकारी उपस्थित थे।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट