महंगी बिजली की मार कब तक झेलेगा उपभोक्ता – जन संघर्ष मोर्चा
महंगी बिजली की मार कब तक झेलेगा उपभोक्ता – जन संघर्ष मोर्चा
विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि विद्युत नियामक आयोग एवं यूपीसीएल ने फिर से बिजली के दामों में बढ़ोतरी का फैसला लिया है, जोकि किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता | नेगी ने कहा कि मूल्य वृद्धि का सबसे बड़ा कारण महंगे दामों पर प्राइवेट संस्थानों से बिजली खरीद एवं उक्त महंगी बिजली को सस्ते दामों पर औद्योगिक घरानों को बेचना है तथा लाइन लॉस भी जनता के लिए नासूर बनता जा रहा है |
लगातार हो रही मूल्य वृद्धि पर सरकार ठोस कदम उठाने के बजाय नियामक आयोग एवं यूपीसीएल की हां में हां मिलाकर जनता की परेशानियों को बढ़ाने का काम कर रही है |सरकार दाम बढ़ाने के बजाय घटाने के उपायों पर होमवर्क करे |प्रतिवर्ष सैकड़ो करोड रुपए की बिजली महंगी दामों पर बाहर से खरीदी जाती है तथा इसमें भी बड़ा खेल किया जाता है और इस खेल के चक्कर में आम उपभोक्ता पिस जाता है |
नेगी ने कहा कि मोर्चा लगातार महंगी हो रही बिजली के कारणों एवं उसके उपायों को लेकर संघर्षरत है, लेकिन सारा सिस्टम अपने हित साधने में लगा है, किसी को भी प्रदेश हित एवं उपभोक्ताओं की चिंता नहीं है | महंगे दामों पर बिजली खरीद प्रदेश का बजट बिगाड़ रही है | पत्रकार वार्ता में – मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, विजयराम शर्मा व मो. असद मौजूद थे |
आईडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट |