मायावती ने एक साथ 5 ट्वीट कर सपा पर लगाई आरोपो की बौछार !
मायावती ने एक साथ 5 ट्वीट कर सपा पर लगाई आरोपो की बौछार !
Mayawati showered allegations on SP by tweeting 5 together :-
1. घृणित जोड़तोड़, द्वेष व जातिवाद आदि की संकीर्ण राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी द्वारा मीडिया के सहारे यह प्रचारित करना कि बीएसपी के कुछ विधायक टूट कर सपा में जा रहे हैं घोर छलावा।
2. जबकि उन्हें काफी पहले ही सपा व एक उद्योगपति से मिलीभगत के कारण राज्यसभा के चुनाव में एक दलित के बेटे को हराने के आराप में बीएसपी से निलम्बित किया जा चुका है।
3. सपा अगर इन निलम्बित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदार होती तो अब तक इन्हें अधर में नहीं रखती। क्योंकि इनको यह मालूम है कि बीएसपी के यदि इन विधायकों को लिया तो सपा में बगावत व फूट पड़ेगी, जो बीएसपी में आने को आतुर बैठे हैं।
4. जगजाहिर तौर पर सपा का चाल, चरित्र व चेहरा हमेशा ही दलित-विरोधी रहा है, जिसमें थोड़ा भी सुधार के लिए वह कतई तैयार नहीं। इसी कारण सपा सरकार में बीएसपी सरकार के जनहित के कामों को बन्द किया व खासकर भदोई को नया संत रविदास नगर जिला बनाने को भी बदल डाला, जो अति-निन्दनीय।
5.वैसे बीएसपी के निलम्बित विधायकों से मिलने आदि का मीडिया में प्रचारित करने के लिए कल किया गया सपा का यह नया नाटक यूपी में पंचायत चुनाव के बाद अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख के चुनाव के लिए की गई पैंतरेबाजी ज्यादा लगती है।यूपी में बीएसपी जन आकांक्षाओं की पार्टी बनकर उभरी है जो जारी रहेगा
लखनऊ
राम मंदिर के पक्षकार और अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी का बयान।
जिनके हाथ खून से रंगे हुए हैं और जिन पर सैकड़ों कारसेवकों की हत्या का आरोप है क्या वह देंगे राम मंदिर में घपला हुआ कि नहीं का सर्टिफिकेट।
हिंदुओं की तपस्या संघर्ष का परिणाम है कि आज राम मंदिर बनने जा रहा है।
अगर घपला हुआ है तो मामले की जांच होगी उनसे सर्टिफिकेट नहीं चाहिए,जिन्होंने राम भक्तों की हत्या करवाई।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए लखनऊ से राजेंद्र सिंह देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट।
1. Propagating by the Samajwadi Party, which specializes in narrow politics of hate manipulation, malice and casteism etc., with the help of media that some BSP MLAs are breaking into SP and going to SP is a hoax.
2. Whereas long ago he has been suspended from BSP for defeating the son of a Dalit in the Rajya Sabha elections due to connivance with SP and an industrialist.
3. If the SP had been a little honest towards these suspended MLAs, it would not have kept them in limbo till now. Because they know that if these BSP MLAs are taken, there will be rebellion and split in SP, who are eager to join BSP.
4. Obviously, SP’s gait, character and face have always been anti-Dalit, in which it is not ready to improve even a little. For this reason, in the SP government, the works of the BSP government were stopped and especially changed the making of Bhadoi as a new Sant Ravidas Nagar district, which is highly condemnable.
5.By the way, this new drama of SP done yesterday to publicize the media about meeting the suspended MLAs of BSP, etc., seems more like a maneuver done for the election of the president and the block chief after the panchayat elections in UP. BSP people in UP Has emerged as a party of aspirations which will continue
Lucknow
Statement of Shishir Chaturvedi, a supporter of Ram temple and national spokesperson of Akhil Bharat Hindu Mahasabha.
Those whose hands are stained with blood and who are accused of killing hundreds of kar sevaks, will they give a certificate of whether the Ram temple was scammed or not?
The result of the penance struggle of the Hindus is that the Ram temple is going to be built today.
If there is a scam, then the matter will be investigated, no certificate is needed from those who got the Ram devotees killed.
Bureau report from Lucknow to Rajendra Singh Dehradun for Idea for News.