हिमाचल प्रदेश -जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार के 3 वर्ष का कार्ड !
हिमाचल प्रदेश -जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार के 3 वर्ष का कार्ड !
दिल्ली-हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार के 3 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्बोधित किया-
❖ सबसे पहले मैं देव भूमि हिमाचल प्रदेश के अपने सभी भाइयों एवं बहनों का स्वागत करता हूं जो आज इस कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं।
❖ यह अवसर है हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी के नेतृत्व वाली सरकार के तीन सफल वर्ष पूरे होने का। यह खुशी का अवसर है जिसे मैं आपके बीच मौजूद रहकर बांटना चाहता था मगर Covid की दुश्वारियों के चलते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ रहा हूं।
❖ जयरामजी ने, सरकार तीन साल सफलतापूर्वक चलार्इ इसके लिए वे और उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है मगर इस बधाई की बड़ी हकदार हिमाचल की जनता भी है जिन्होंने आप लोगों को यह मौका दिया।
❖ लोकतंत्र में हर चुनी हुई सरकार का यह दायित्व बनता है कि वह जनता के सामने अपने कामकाज का हिसाब किताब प्रस्तुत करें। मुझे हार्दिक प्रसन्नता है कि जयरामजी की सरकार इस दायित्व को पूरी ईमानदारी से निभा रही है।
❖ पिछले तीन सालों में केंद्र और प्रदेश सरकार ने मिलकर हिमाचल प्रदेश में विकास रूपी ‘ब्यास’ की जो नर्इ धारा बहार्इ है, उससे प्रदेश की आम जनता की जिंदगी में काफी बदलाव आया है।
❖ चूंकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने अपने संबोधन में बहुत सी बातें आप सबके सम्मुख पहले ही रख दी हैं इसलिए उनको मैं दुहराना नहीं चाहूंगा।
❖ मैं अपनी बात केवल एक बात पर फोकस करूंगा कि कैसे पिछले तीन सालों में हिमाचल प्रदेश में एक बड़ा परिवर्तन आया है।
❖ पहले क्या होता था कि हिमाचल प्रदेश, कम आबादी वाला एक छोटा पहाड़ी राज्य है इसलिए वहां Resources की कोई खास जरूरत नहीं हैं। इस सोच के कारण केंद्र से हिमाचल को दी जाने वाली धनराशि काफी कम होती थी।
❖ मेरे पास जो आंकड़े हैं उसके मुताबिक जब केंद्र में यू.पी.ए. सरकार थी तो हिमाचल प्रदेश को महज 22000 करोड रुपए प्राप्त हुए। जबकि उनके समय में वहां प्रदेश में कांग्रेस सरकार थी।
❖ जब केंद्र में मोदीजी के नेतृत्व वाली सरकार आई तो हमने यह सोच बदली। सभी राज्यों को हम बराबरी की नज़र से देखते हैं । हमने हिमाचल को उसके Size के हिसाब से नहीं, बल्कि उसकी Economic & Strategic Importance के हिसाब से देखना प्रारंभ किया। हालात बदल गए और केंद्र से हिमाचल प्रदेश को तीन गुने से भी अधिक धनराशि मिलने प्रारंभ हो गई।
❖ इस अंतर की एक बड़ी वजह यह भी रही है, कि केंद्र में चाहे अटलजी की सरकार रही या आज मोदीजी की सरकार, हिमाचल प्रदेश से दोनों का ही एक भावनात्मक रिश्ता हमेशा कायम रहा। अटलजी के लिए जहां हिमाचल उनका दूसरा घर था, मोदीजी के लिए हिमाचल उनकी काफी समय तक कर्मभूमि रही।
❖ दूसरा बड़ा अंतर रहा सुशासन और विकास के प्रति Commitment का क्योंकि हमारे लिए सत्ता कभी सुख भोगने का साधन नहीं रही बल्कि सत्ता हमारे लिए आम लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव (Positive change) लाने का जरिया रही है।
❖ इसलिए जब कभी भी भाजपा की सरकार कहीं बनती है तो हमारा सबसे पहला लक्ष्य होता है कि जनता की समस्याओं का समाधान करें, और उनका केवल फौरी समाधान नहीं बल्कि स्थायी समाधान करें।
❖ मैं एक नहीं अनेक उदाहरण दे सकता हूं मगर समयाभाव के कारण मैं उदाहरणों की संख्या सीमित रखूंगा।
❖ हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में सबसे बड़ी समस्या Connectivity की रही है। चाहे वह Road Connectivity हो या Telecom Connectivity इनके लिए यदि किसी सरकार ने पूरे मनोयोग से काम किया है तो भाजपा सरकारों ने किया है।
❖ आपको याद होगा जब अटलजी प्रधानमंत्री थे तो पहली बार देश के ग्रामीण इलाकों को सड़कों से जोड़ने का काम शुरू करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रारंभ की गई।
❖ मैदानी राज्यों में सड़के बनाना आसान होता है और वहां दूरियां भी आसानी से तय की जा सकती है। जबकि पहाड़ों में हालात उल्टे हैं। इसलिए हिमाचल जैसे राज्य में सड़क का बनना बड़ी बात है। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी होती है कि पिछले तीन वषोर्ं में हिमाचल प्रदेश समेत देशभर के अधिकांश गांवों को एक पक्की सड़क से जोड़ने का काम पूरा कर लिया गया है।
❖ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के फेज-1 के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश के 2564 गांवों को पक्की सड़क से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया था। आज इनमें से 2359 गांवों को पक्की सड़क के माध्यम से जोड़ दिया गया है। 205 गांवों को भी सड़क मार्ग से जोड़ने का काम चल रहा है। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय …
आईडिया फॉर न्यूज़ के लिए दिल्ली से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट