उत्तराखण्ड लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को लेकर की बैठक!
उत्तराखण्ड लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को लेकर की बैठक!
चुनाव आचार सहिंता खत्म होने के बाद आज राज्य विधानसभा में वन मंत्री हरक सिंह रावत ने लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को लेकर बैठक की। इस महत्वपूर्ण बैठक में लोकनिर्माण विभाग
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और वन विभाग के अधिकारियों ने शिरकत की। लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को लेकर हुई इस बैठक के बारे में बताते हुए वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि यह भाजपा सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। हमने जो सड़क मार्ग का काम शुरू किया है वह नियमों के तहत किया है। एनजीटी ने जो रोक लगाई है वह गलत है। हम एनजीटी में सामने इस मामले को लेकर मजबूत पैरवी करेंगे। नेशनल टाइगर अथोरटी की गाइड लाईन इस सड़क पर लागू नहीं होती है। इस पूरे मामले को लेकर कल सभी बिन्दुओं पर अधिकारी रिपोर्ट सरकार को देंगे। इसके बाद सरकार तत्काल सड़क मार्ग का काम शुरू करने का आदेश जारी करेगी।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की ओर से जारी एक गाइड लाइन के बाद शासन ने इस वन मोटर मार्ग में हो रहे पुल निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। साथ ही राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) की ओर से मामले में शासन से पूरी रिपोर्ट तलब की गई है। एनटीसीए की ओर से गाइड लाइन के आधार पर लैंसडौन वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी ने लालढांग-चिलरखाल वन मोटर मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्यों को रोकने के निर्देश कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग की दुगड्डा इकाई को जारी किए थे। बताते चलें कि 2017 में उत्तराखंड में भाजपा सरकार ने सत्ता संभालते ही कंडी रोड निर्माण को प्राथमिकता देते हुए कंडी रोड के तहत पड़ने वाले लालढांग-चिलरखाल वन मोटर मार्ग की पेचीदगियों को दूर करने का प्रयास शुरू कर दिया था।
बाइट- हरक सिंह रावत, वन मंत्री उत्तराखंड सरकार।