कांग्रेस का भारत बंद देहरादून में मिला जुला असर देखने को मिला!

कांग्रेस का भारत बंद देहरादून में मिला जुला असर देखने को मिला!

पेट्रोलियम पदार्थों, (डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस), खाद्य्य पदार्थों की लगातार बढ़ती कीमतों के विरोध को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी जी द्वारा किये गये भारत बंद के आह्रवान पर सम्पूर्ण उत्तराखण्ड प्रदेष में भारत बंद के सफल आयोजन पर प्रदेष कंाग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बन्द में शामिल सभी सहयोगियों, पेट्रोल पम्प एसोसियेषनों, बार एसोसियेषनों, आॅटो रिक्षा यूनियनों, हलवाई एसोसियेषनों, एल.पी.जी. डिस्ट्रिब्यूटर्स, विभिन्न राजनैतिक दलों, विभिन्न सामाजिक संगठनों व विभिन्न व्यापारिक संगठनों एवं मंहगाई से त्रस्त राज्य की जनता व कांग्रेसजनों का आभार व्यक्त किया है।  
राज्य की राजधानी देहरादून में स्वयं बन्द की कमान संभाल रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि देष में बेकाबू होती पेट्रोलियम पदार्थों (डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस) व खाद्य्य पदार्थों की लगातार बढ़ती कीमतों के लिए केन्द्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए केन्द्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्शों में दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमत अपने न्यूनतम स्तर पर रही किन्तु पूरे साढे चार वर्श केन्द्र की मोदी सरकार ने देष की जनता को कभी पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतों को कम कर राहत देने का काम नहीं किया। उन्होंने कहा यूपीए सरकार के समय में 129 डाॅलर प्रति बैरल कच्चे तेल के मुकाबले एनडीए सरकार के समय कच्चे तेल की कीमत 34 डाॅलर प्रति बैरल तक पहुंची किन्तु बाजार में डीजल, पेट्रोल की कीमतें कभी कम नहीं हुई और केन्द्र सरकार ने चार वर्श में लोगों की जेब पर डकैती डालकर तेल सेक्टर में 11 लाख करोड़ रूपये जनता की जेबों से लूटने का काम किया। 
प्रीतम सिंह ने कहा कि आज पेट्रोल 90 रूपये को छू रहा है और डीजल 73 रूपये के पार चला गया है। केन्द्र सरकार ने रसोई गैस की कीमतों में भी बेतहाषा वृद्धि करते हुए आम उपभोक्ता की जेब पर डाका डालने का काम किया। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय में जो गैस का सिलेण्डर 377 रूपये में उपभोक्ता तक पहुंचता था वह आज 950 रूपये का हो गया है।
करवाने का आरोप लगाते हुए श्री प्रीतम सिंह ने कहा श्री राहुल गांधी जी द्वारा जब संसद में राफेल डील के मुद्दे उठाते हुए प्रधानमंत्री व सरकार से जवाब मांगा तो प्रधानमंत्री व सरकार राफेल डील पर बोलने की बजाय अन्य मुद्दों पर कांग्रेस पर आरोप लगाने का काम करने लगे। प्रीतम सिंह ने कहा कि राफेल सौदे में यूपीए सरकार के समय में 526 करोड़ रूपये प्रति जहाज के सौदे को रद्द करते हुए एनडीए सरकार द्वारा 1670 करोड़ रूपये प्रति जहाज के हिसाब से 36 राफेल जहाजों का सौदा किया गया जिससे देष की जनता की गाढ़ी कमाई का 41 हजार करोड़ रूपया लुटाने का काम मोदी सरकार ने किया। इतना ही नहीं इस सौदे में मोदी जी के व्यावसायिक मित्रों को लाभ पहुंचाने की दृश्टि से राफेल डील से समबन्धित काम जो सार्वजनिक क्षेत्र के एचएएल को करना था उसे रिलाइन्स कम्पनी को दे दिया गया। 
2014 से पहले रूपये के डालर के मुकाबले कीमत पर रूपये को आईसीयू में बताने वाली भाजपा आज सत्ता में आने के बाद देष की जनता को इस बात का जवाब नहीं दे पा रही है कि 70 वर्षो  में रूपये का अवमूल्यन 72.30 प्रति डाॅलर क्यों हो गया और आईसीयू में पड़ा रूपया अचानक वैंन्टिलेटर पर क्यों चला गया।
 आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट/  

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