हरेला पर कोसी नदी के पुनर्जीवन अभियान की शुरूआत
हरेला पर कोसी नदी के पुनर्जीवन अभियान की शुरूआत
मुख्यमंत्री ने शिव जी की तपस्थली रूद्रधारी से कार्यक्रम की शुरूआत
1 लाख 67 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया गया।
22 जुलाई को रिस्पना में 2.50 लाख पौधे रौपे जाने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनसहभागिता से ही कोसी पुनर्जीवन अभियान सफल हो सकेगा। सोमवार को सुख, समृद्वि और हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कांटली में कोसी नदी के संरक्षण हेतु किये जा रहे वृहद वृक्षारोपण अभियान का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिव जी की तपस्थली रूद्रधारी से इस पवित्र कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। 167755 (एक लाख सड़सठ हजार सात सौ पचपन) पौधों का रोपण जन सहभागिता के माध्यम से करने का कीर्तिमान स्थापित हो रहा है। प्रदेश सरकार ने देहरादून में स्थित रिस्पना नदी (ऋषिपर्णा) व ऐतिहासिक जनपद अल्मोड़ा में कोसी नदी को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया है। इस अभियान की शुरूआत विश्व प्रसिद्व पर्यटन स्थल कौसानी के समीप से की जा रही है जिससे इसका संदेश पूरे विश्व में फैलेगा। इसी तरह आगामी 22 जुलाई को देहरादून में रिस्पना में 2.50 लाख पौधे रौपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को नदी के संरक्षण हेतु इन रोपित पौधों की 5 वर्षों तक विशेष रूप से रक्षा करने के साथ-साथ नदी की सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा।
इसके उपरान्त बाल विद्या मन्दिर में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जल संरक्षण व जल संवर्द्वन के कार्यों को प्राथमिकता दे रही है। परम्परागत धारे नौलों के संरक्षण पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार प्रदेश के सभी 27 लाख परिवारों को आयुष्मान भारत आयुष्मान- उत्तराखण्ड योजना के अन्तर्गत आच्छादित करेगी। प्रत्येक परिवार को 05 लाख रू0 वार्षिक तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड पूरे प्रदेश को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने वाला भारत में प्रथम राज्य होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान दे रही है। आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबन्धन विभाग को सतर्क कर दिया गया है। साथ ही सभी जिलाधिकारियों को आपदा से निपटने के लिए सभी व्यवस्थायें दुरूस्त रखने के साथ ही धनराशि भी आंवटित कर दी गयी है।
देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट/