हर हिंसा के बाद कार्यवाही की बात राजनीती है !
हर हिंसा के बाद कार्यवाही की बात राजनीती है !
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा है बनारस हिन्दू युनिवर्सिटी में हुई हिंसा पर गंभीरता से ध्यान दें तुरंत हल निकालें इस के साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीएम योगी से फोन पर बीएचयू हिंसा की विस्तृत जानकारी लेने के बाद सी एम योगी को साफ शब्दों में कहा है कि बीएचयू उपद्रव मामले में दोषियों को बख्शा न जाये इससे पहले शासन के आदेश पर वाराणसी के लंका इलाके के लंका थाने के इंचार्ज (SO), भेलूपुर के सीओ और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट (ACM) को हटा दिया गया है. इसके अलावा बीएचयू में हिंसक वारदात और शांति भंग के आरोपों में 1200 अज्ञात छात्र-छात्राओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर और ADG से रिपोर्ट मांगी है. एहतियातन 5 अक्टूबर 2017 तक बीएचयू को बंद कर दिया गया है/
छात्राओं के प्रति समर्थन जताने वाराणसी पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और वरिष्ठ नेता पी.एल. पुनिया को पुलिस ने शहर में प्रवेश करते ही हिरासत में ले लिया. शनिवार (23 सितंबर) के पुलिस लाठीचार्ज, गोलीबारी, पथराव और आगजनी के बाद रविवार सुबह भी बीएचयू के बाहर अशांति का माहौल रहा. सिंह द्वार पर छात्राओं का धरना जारी रहा. छात्राओं के समर्थन में बीएचयू छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष और वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा भी धरने में शामिल हुए/ जिस प्रकार से यूनिवर्सिटी के मामले सामने आ रह है उस इसे कही न कही प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही इस से पहले हरियाणा हिंसा में भी येही देखने को मिला जब की सरकार के दावे खोखले साबित हुए अगर हिंसा के वक्त अहतियात बरती जाती तो हो सकता था यह सब न होता लेकिन जिस प्रकार पहले छूट और बाद में कार्यवाही यह तो होना ही था यह तो राजनीती का हिस्सा बन के रह गया है अब देखना होगा कही और इस प्रकार सरकार की हिंसा से सबक सीखती है या फिर कही और हिंसा के बाद कारवाही करने की बात करेती है /
दिल्ली/ देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट /