काग्रेस के बागी विधयाको की क्या होगी सदस्यता रद्द!

काग्रेस के बागी विधयाको की क्या होगी सदस्यता रद्द!

गुजरात राज्य सभा चुनाव की मतगणना के लिया कांग्रेस चुनाव आयोग के पास जा पहुची जिस से उन के दो विधयाको की सदस्यता को रद्द कर दिया जाये / अब देखना होगा की गुजरात के इन विधायको की सद्स्यता चुनाव आयोग रद्द करता हे जब की इन का पूरा सहयोग भजपा के अध्यक्ष अमित शाह के साथ हे / कांग्रेस के दो  विधायकों का वोट खारिज करने की अपील की है. फिलहाल मतगणना शुरू नहीं हो पाई है. कांग्रेस ने अपने आरोप में चुनाव आयोग से कहा कि उसके दो विधायकों ने वोट देकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को दिखाया. इससे पहले  गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान हुआ जहां भाजपा के अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत तय मानी जा रही है, वहीं अंदरूनी कलह और इस्तीफों की वजह से कांग्रेस के अहमद पटेल की किस्मत के बारे में अभी कुछ पक्का नहीं कहा जा सकता. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीबी स्वेन ने घोषणा की, सभी 176 विधायकों ने मतदान किया है मतदान संपन्न हो गया है मतगणना शाम पांच बजे के बाद होगी. मतदान पूरा होने के बाद कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने दावा किया कि पटेल आसानी से जीतेंगे क्योंकि उन्हें 45 वोटों की जरूरत है. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि बेंगलूरू में एक सप्ताह से अधिक समय तक रखे गए 44 विधायकों में से एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग की है. यद्यपि गहलोत ने दावा किया कि पटेल को राकांपा से एक तथा जदयू से भी एक वोट मिला है जिससे संख्या उनके पक्ष में हो गई है/

पटेल को उस समय झटका लगा जब कांग्रेस के पूर्व दिग्गज शंकर सिंह वाघेला ने वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने पटेल के खिलाफ मतदान किया है. वाघेला ने कहा, अहमद पटेल हारने जा रहे हैं, मैंने अपना वोट उन्हें नहीं दिया है. वाघेला की बगावत के बाद छह विधायकों के इस्तीफ के चलते कांग्रेस के पास गुजरात विधानसभा में 51 विधायक रह गए हैं. इन 51 में से वाघेला खेमे के सात विधायक (वाघेला सहित) बेंगलुरु नहीं गए थे, लेकिन शेष 44 वहां गए थे. तकनीकी रूप से ये सातों विधायक अब भी कांग्रेस के साथ हैं/ राज्यसभा के लिए गुजरात विधानसभा तीन सदस्य चुनेगी. प्रत्येक उम्मीदवार को 45-45 वोट की आवश्यकता है. तीसरी सीट पर मुकाबला कड़ा है जिस पर भाजपा की ओर से बलवंत सिंह राजपूत खड़े हैं. शाह और स्मृति के निर्वाचन के लिए उन्हें मिलने वाले 90 वोट के बाद भाजपा के पास राजपूत के लिए 31 वोट बचते हैं जिन्हें कांग्रेस के बागी विधायकों और छोटे दलों के विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होगी. भाजपा में शामिल होने से पहले राजपूत अभी हाल तक सदन में कांग्रेस के मुख्य सचेतक थे.

आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अहमदाबाद/देहरादून से अमित सिंह  नेगी की रिपोर्ट!

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