वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और इसका संवर्धन करना प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है-एम्स!

वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और इसका संवर्धन करना प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है-एम्स!

राज्य भर में मनाए जा रहे हरेला पर्व के तहत एम्स ऋषिकेश में विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग प्रजातियों के 100 से अधिक पौधे रोपे गए।

इस अवसर पर कहा गया कि प्राण वायु के लिए पेड़ों का होना जरूरी है। वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और इसका संवर्धन करना प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है।

सोमवार को एम्स परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शंकराचार्य राजराजेश्वर जी महाराज और महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल की मौजूदगी में संस्थान के फेकल्टी सदस्यों तथा अधिकारियों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर आंवला, बेहडा़, जामुन, नीम, गोल्ड मोहर, तेज पत्ता, शीशम और कचनार आदि प्रजातियों के 100 से अधिक फलदार और छायादार पौधे रोपे गए। एम्स निदेशक कार्यालय के निकट शंकराचार्य राजराजेश्वर महाराज द्वारा नीम का पौधा रोपा गया। इस मौके पर उन्होंने संस्थान द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम की सराहना की और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धरती में पर्यावरण संतुलन के लिए जरूरी है कि लोक परम्परा का निर्वाह करते हुए समाज का प्रत्येक व्यक्ति वृक्षारोपण करे। उन्होंने कहा कि एम्स न केवल जरूरतमंदों का इलाज कर उन्हें स्वस्थ जीवन प्रदान कर रहा है अपितु वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सराहनीय कार्य कर रहा है। शंकराचार्य राजराजेश्वर जी ने कहा कि वृक्षों से प्राणवायु प्राप्त होती है। धरती पर जब वृक्ष होंगे, तभी जीवन बचेगा।

इस दौरान एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफसर मीनू सिंह ने वृक्षों को प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया। कहा कि वृक्ष प्रकृति का वरदान है और वृक्षों से ही धरती हरी-भरी होती है। उन्होंने पृथ्वी के पर्यावरण को सुरक्षित और बचाए रखने के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता बताई। कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर उपस्थित राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने भी आयोजन में शामिल होकर पौधा रोपा। वृक्षारोपण का आयोजन एम्स परिसर में हर्बल गार्डन, नर्सिंग काॅलेज क्षेत्र और संस्थान के गेट नम्बर 1 से 3 के मध्य विभिन्न स्थानों पर किया गया।

इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुुमार मित्तल, डाॅ. पूजा भदौरिया, उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी, नगर आयुक्त शैलेन्द्र नेगी, वन क्षेत्राधिकारी गंभीर सिंह धमान्दा, संस्थान के विधि अधिकारी प्रदीप चन्द्र पाण्डेय, अधीक्षण अभियन्ता ले. कर्नल राजेश जुयाल, पीआरओ संदीप कुमार सिंह, प्रशासनिक अधिकारी गौरव बडोला, सहित कई अन्य फेकल्टी सदस्य व अन्य स्टाफ मौजूद था।

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