गुरू गोरक्षनाथ जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा!
मुख्यमंत्री रविवार को ऋषिकेश में नाथ संप्रदाय द्वारा आयोजित गुरू गोरक्षनाथ मंदिर में गुरू गोरक्षनाथ जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचन्द्र अग्रवाल व पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद डाॅ.रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश के मध्य परिसम्पतियों के बटवारें से सम्बन्धित कई लम्बित प्रकरणों का समाधान हुआ है। दोनों राज्य एक-दूसरे के आपसी सहयोग से आगे भी विभिन्न मसलों पर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है हम सबके मन के भाव एवं भावनायें भी इसी प्रकार की होनी चाहिये। प्रसिद्ध योगी गोरक्षनाथ को अमर योगी बताते हुए उन्होंने कहा कि वे साधक एवं भक्त की भावना के अनुरूप दर्शन देते हैं व कृतार्थ करते हैं। उत्तराखण्ड में नाथ सम्प्रदाय के 24 स्थान हैं। इन स्थानों के प्रति लोगों की गहरी आस्था रही है। उन्होंने कहा कि उनका उत्तराखण्ड से भावनात्मक लगाव रहा है/
उत्तराखण्ड सबसे उपजाऊ क्षेत्र के साथ ही गंगा-यमुना का उद्गम स्थल व चारधाम विशिष्टता प्रदान करते हैं। गंगा व यमुना के कारण उत्तर भारत देश का सबसे उपजाऊ क्षेत्र है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हेमकुण्ड साहिब, ऋषिकेश, हरिद्वार की ओर देश व दुनिया देखती है।
मुख्यमंत्री ने कहा पर्वतीय राज्य की अवधारणा के अनुरूप पहाड़ी क्षेत्र की समस्याओं का समाधान तथा जनता से सीधा संवाद स्थापित कर समस्याओं का निदान कर रहे हैं/
मुख्यमंत्री को गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित करने के लिये भी बधाई दी तथा उत्तराखण्ड को देश की सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर नाथ सम्प्रदाय के योगी बालकनाथ जी महाराज, महंत नरहरिनाथ एवं अन्य संतगण उपस्थित थे।
देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट/