खोई हुई नाबालिग के घरवालो से फ़ोन पर की बात–गणेश जोशी!
खोई हुई नाबालिग के घरवालो से फ़ोन पर की बात–गणेश जोशी!
सावन के सोमवार को पुण्य का काम वर्ष भर किये गये पुण्य के कार्यो के अधिक प्रभावी है, ऐसा मानना है हिन्दु सभ्यता एवं पुराणों में। इसी का अनुसरण करते हुए मसूरी विधायक गणेश जोशी ने एक अनुठी मिसाल पेश करते हुए असम की रहने वाली 13 वर्षीय रुपा को उसके माता-पिता से मिलाया।
वाक्या सोमवार प्रातः का है, जब मसूरी विधायक गणेश जोशी अपने आवास के चंद कदमों दूरी पर स्थित भगवान बद्रीनाथ के मंदिर में पूजा-अर्जना के लिए गये हुऐ थे। आखों में अपने आंशुओं के साथ सड़क में तहल रही एक लड़की को विधायक जोशी ने प्रसाद दिया तो वह अत्यधिक घबरा गयी। पूछने पर पता लगा कि वह असम की रहने वाली हैं और गलत तरीके से देहरादून पहुॅच गयी है। विधायक जोशी ने रुपा को अपने घर लाकर लड़की को भोजन करवाया और उसके बाद उसकी प्राथमिक जानकारी के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को अवगत कराया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने महिला चीता पुलिस की मदद से नाबालिग रुपा से पुछताझ की तो पता लगा कि वह असम की रहने वाली है और देहरादून के किसी घर में काम कर रही थी। किन्तु मकान मालिक द्वारा कार्य में र्दुव्यवहार के बाद वह वहां से भाग आयी और अब उसको यह भी नहीं पता कि वह कहां रह रही थी। स्थानीय खुपिया पुलिस एवं मीडिया के सहयोग से देर शाम विधायक जोशी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून से हुई दूरभाष पर वार्ता के बाद यह स्पष्ट हुआ कि लड़की असम की रहने वाली है और उसके माॅ-बाप से उसकी बात करा दी गई है तथा दिल्ली में रहने वाली लड़की की दीदी द्वारा मंगलवार को देहरादून पुलिस के संपर्क कर लड़की को सकुशल उसके घर पहुॅचा दिया जाऐगा। विधायक जोशी ने देहरादून पुलिस, खुपिया विभाग के अधिकारी एवं मीडिया का आभार व्यक्त किया है।
देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट!