उपखनिज लाटों में ई-नीलामी की प्रक्रिया सुरु – शंकर पाण्डेय !

उपखनिज लाटों में ई-नीलामी की प्रक्रिया सुरु – शंकर पाण्डेय !

निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग विनय शंकर पाण्डेय ने बताया है कि राज्य के विभिन्न जनपदों में चिन्हित किये गये नदी तल उपखनिज लाटों को आनलाईन ई-निविदा सह ई-नीलामी के माध्यम से खनन परिहार पर स्वीकृत किये जाने हेतु भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा 17 नवम्बर 2017 से प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है। 

निदेशक श्री पाण्डेय बताया कि वर्तमान में पौड़ी गढ़वाल के 34 खनन लाॅट, नैनीताल के 06 खनन लाॅट, उत्तरकाशी के 21 खनन लाट, रूद्रप्रयाग के 02 खनन लाट, पिथौरागढ़ के 12 खनन लाट एवं जनपद हरिद्वार के 30 खनन लाट इस प्रकार 150 लाटों का आवंटन किया जाना है। पांच हैक्टेयर तक के खनन लाट उसी जनपद के स्थानीय निवासियों को, पांच हैक्टेयर से अधिक किन्तु पचास हैक्टेयर से कम क्षेत्रफल वाले खनन लाटों को उत्तराखण्ड राज्य के स्थानीय निवासियों को एवं पचास हैक्टेयर से अधिक के क्षेत्रफल के लाॅटों के लिये राष्ट्रीय स्तर पर ई-निविदायें आमंत्रित की जानी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य के विभिन्न खनन उद्यमियों के द्वारा भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की वेबसाइट में आनलाईन पंजीकरण की कार्यवाही गतिमान है, जिसके लिये पंजीकरण शुल्क रू0 5000 निर्धारित किया गया है। खनन लाटों के आवंटन में पारदर्शिता तथा स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के दृष्टिगत, आनलाईन प्रक्रिया अपनायी जा रही है। इससे चिन्हित लाटों पर खनन संक्रियएं प्रारम्भ हो सकेगी तथा राजस्व की वृद्धि के साथ-साथ स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। राज्य के युवाओं के लिये व्यवसाय का यह बेहतर अवसर है। विभाग द्वारा शीघ्र ही दूसरे चरण में लगभग 100 अन्य खनन लाॅटों का भी आॅनलाईन आवंटन किया जाना है।

देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट /

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