आईआईटी रुड़की के स्टार्ट-अप अभिनव तकनीकों के विकास से कोविड-19 से निपटने में कर रहे सहयोग
आईआईटी रुड़की के स्टार्ट-अप अभिनव तकनीकों के विकास से कोविड-19 से निपटने में कर रहे सहयोग
रुड़की, 10 अप्रैल 2020: आईआईटी रुड़की के स्टार्ट-अप और उद्यमी नयी तकनीक और चिकित्सा उपकरणों का युद्ध स्तर पर विकास करके कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई को एक अलग आयाम दे रहे हैं। टीआईडीईएस बिजनेस इन्क्यूबेटर में इन्क्यूबेटेड ये उत्पाद जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगे| महामारी की इस स्थिति से निपटने के लिए डाइग्नोसिस, उपचार और सुरक्षा संबंधी उपकरण तैयार किए गए हैं।
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए सैनिटाइज़र की आवश्यकता और इसकी कमी को देखते हुए हील एग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने लैब में ही एक हर्बल सैनिटाइज़र बनाया तथा आईआईटी रूड़की परिसर में ही 2500 लीटर से अधिक निःशुल्क वितरित किया। स्टार्टअप मुख्यतः विभिन्न प्रकार के कैंसरों का तेजी से पता लगाने के लिए संबंधित प्रौद्योगिकी विकसित कर रहा है| लेकिन, उद्यम की सच्ची भावना रखते हुए यह जरूरत की इस घड़ी में आवश्यकताओं की पूर्ति में सहयोग के लिए आगे आया।
“यह जानकर खुशी हो रही है कि हमारे यहां काफी पहले और वर्तमान में भी इनक्यूबेटेड कंपनियां कोविड-19 से निपटने के लिए आगे आ रही हैं। हम इस संकट में सरकार के साथ खड़े हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारा देश हमें महामारी के संकट से बचाने में सफल होगा, ” प्रो. अजीत के चतुर्वेदी, निदेशक आईआईटी रुड़की, ने कहा
आईडिया फ़ॉर न्यूज़ के लिए रुड़की से अमित सिंंह नेगी की रिपोर्ट।