धिकारियों के निकम्मेपन के चलते नहीं हो पाया टीएचआर का भुगतान- मोर्चा
धिकारियों के निकम्मेपन के चलते नहीं हो पाया टीएचआर का भुगतान- मोर्चा
#लगभग 3-4 माह से टीएचआर हो गया बंद |#पोस्टिक आहार एवं गेहूं -चावल के फेर में अटका है मामला ! विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की वजह से मार्च 2022 से आज तक आंगनबाड़ी केंद्रों को आपूर्ति होने वाले सामान की धनराशि यानी टीएचआर का पैसा नहीं मिल पाया, जिस कारण आपूर्तिकर्ताओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है तथा व्यापारियों ने भी इन पर दबाव बनाया बनाया हुआ है | नेगी ने कहा कि सूत्र बताते हैं कि शासन से धनराशि निदेशालय को निर्गत हो चुकी है, लेकिन निदेशालय के निकम्मेपन के चलते अब तक भुगतान नहीं हो पाया | पहले भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से होता था, लेकिन अब किसी खास मकसद से प्राइवेट बैंकों के माध्यम से किया जा रहा है | नेगी ने कहा कि बगैर चाबुक चलाए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास निदेशालय
में पत्रावली टस से मस नहीं होती | जिन मामलों में सुविधा शुल्क दे दिया जाता है, वह काम तुरंत हो जाता है | नेगी ने कहा कि विभागीय मंत्री की लचर कार्यशैली की वजह से लगभग सितंबर 2022 से नौनिहालों को पौष्टिक आहार (cooked food) नहीं मिल पा रहा है तथा तुगलकी फरमान के चलते कभी गेहूं- चावल देने की बात की जाती है तो कभी कुछ और ! मोर्चा शीघ्र ही आंगनबाड़ियों से संबंधित समस्याओं को लेकर शासन में दस्तक देगा | पत्रकार वार्ता में-मोर्चा महासचिव आकाश पंवार व सुशील भारद्वाज मौजूद थे |
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए दिल्ली से ब्यूरो रिपोर्ट।