प्राथमिक प्रसंस्करण तथा विपणन पर सिडबी द्वारा प्रायोजित ऑनलाइन तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

लखनऊ

प्राथमिक प्रसंस्करण तथा विपणन पर सिडबी द्वारा प्रायोजित ऑनलाइन तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

 

औषधीय एवं सुगंधित पौधों की उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों, प्राथमिक प्रसंस्करण तथा विपणन पर सिडबी द्वारा प्रायोजित ऑनलाइन तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुये कहा कि परंपरागत फसलों की खेती करने वाले किसान, औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती को अपने परंपरागत फसल चक्र में समाहित कर सकते हैं । इन फसलों को सूखे एवं जलभराव के साथ-साथ ऊसरीली भूमियों मे भी लगा कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं, तथा साथ ही इन भूमियों में सुधार भी होता है । उन्होंने कहा कि भविष्य में भी सीमैप इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा । इस कार्यक्रम के माध्यम से किसान भाई औषधीय एवं सुगंधित फसलों की उन्नत कृषि तकनीकियों तथा इनकी उन्नत प्रजातियों को अपना कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं । डॉ. संजय कुमार, प्रधान वैज्ञानिक एवं सीमैप सिड़बी परियोजना प्रभारी, ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा संस्थान की प्रचार-प्रसार गतिविधियों पर प्रकाश डाला
केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप), लखनऊ में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) द्वारा प्रायोजित तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का सुभारंभ किया गया । तीन दिन तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदघाटन सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक, डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने किया । इस कार्यक्रम में देश के 11 राज्यों से 69 किसानों, उद्यमियों एवं महिलाओं ने ऑनलाइन भाग लिया ।
आज के तकनीकी सत्र मे डॉ. संजय कुमार ने रोशाघास की उन्नत कृषि तकनीक को प्रतिभागियों से साझा की । डॉ. राजेश वर्मा ने खस के उत्पादन की उन्नत कृषि तकनीकी के बारें में प्रतिभागियों को जानकारी दी । डॉ. रमेश कुमार श्रीवास्तव ने सिट्रोनेला तथा डॉ. राम सुरेश शर्मा ने तुलसी की उन्नत कृषि तकनीकियों पर किसानों से विस्तार से चर्चा की । डॉ. सौदान सिंह ने मिंट की उन्नत कृषि क्रियाओं के बारें में प्रतिभागियों को बताया । डॉ. आलोक कालरा ने जिरेनियम की उन्नत कृषि क्रियाओं के विषय में प्रतिभागियों से जानकारी साझा की । इस सत्र में प्रतिभागियों के द्वारा वैज्ञानिकों से औषधीय एवं सगंधीय फसलों से संबन्धित प्रश्न पूछे गए जिनके उत्तर वैज्ञानिकों द्वारा दिये गए ।

Idea for news ke liye lucknow se amit singh negi ki report.

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