हिमाचल में भी मंडराया उत्तराखंड के जोशीमठ जैसा खतरा, डर के साए में जीने को मजबूर हुए लोग !
हिमाचल में भी मंडराया उत्तराखंड के जोशीमठ जैसा खतरा, डर के साए में जीने को मजबूर हुए लोग !
उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने की घटना के बाद अब ऐसा ही खतरा हिमाचल प्रदेश के मंडी में मंडराने लगा है और यहां लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं.
जमीन धसने की त्रासदी से जूझ रहे उत्तराखंड के जोशीमठ जैसा खतरा अब हिमाचल प्रदेश में भी मंडरा रहा है. मंडी जिले के तीन गांव के लोग रूह कपकपाती ठंड में डर के साए में जीने को मजबूर हैं. मामला जिला मंडी के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत विकास खंड बालीचौकी ग्राम पंचायत भटवाड़ी का है, जहां की गांव शालानाल में फोरलेन निर्माण कार्य की कटिंग के कारण पहाड़ दरकने से लोगों के घरों में दरारें और गांव को जोड़ने वाला एकमात्र सड़क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है.
लोगों ने मनाली-चंडीगढ़ फोरलेन निर्माण को बताई वजह
स्थानीय लोगों द्वारा इसका कारण मनाली-चंडीगढ़ फोरलेन निर्माण के लिए हुई पहाड़ की कटिंग बताया जा रहा है. गांव शालानाल में फोरलेन निर्माण कार्य की कटिंग के कारण पहाड़ दरकने से लोगों के घरों में दरारें और गांव को जोड़ने वाला एकमात्र सड़क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. स्थानीय लोगों द्वारा इसका कारण मनाली-चंडीगढ़ फोरलेन निर्माण के लिए हुई पहाड़ की कटिंग बताया जा रहा है.
लोगों ने मंडी प्रशासन और एनएचएआई को दी शिकायत
प्रभावित लोगों द्वारा इस असुविधा को लेकर मंडी प्रशासन और एनएचएआई को शिकायत दी थी. इसके बाद एसडीएम बालीचौकी ने मौके का दौरा किया था, लेकिन आज तक समस्या को राहत नहीं मिल पाई है. यह जानकारी पंचायत समिति सदस्य शोभेराम भारद्वाज ने दी है.
फोरलेन के लिए काटे जा रहे हैं पहाड़
मंडी के शालानाल गांव के पास मनाली-चंडीगढ़ फोरलेन निर्माण का काम हो रहा है और इसके लिए पहाड़ों को काटा जा रहा है. बताया जा रहा है कि पहाड़ों की कटिंग के कारण पहाड़ दरकने से लोगों के घरों में दरारें और गांव को जोड़ने वाला एकमात्र सड़क मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है.
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए दिल्ली से ब्यूरो रिपोर्ट।