कोविड से रिकवर होने के बाद रहे होसियार- एम्स ऋषिकेश !

कोविड से रिकवर होने के बाद रहे होसियार एम्स ऋषिकेश !
Hosier AIIMS Rishikesh remained after recovering from Covid!

कोविड से रिकवर होने के बाद यदि किसी मरीज को फिर से सांस लेने में तकलीफ की शिकायत महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करें। यह पोस्ट कोविड के प्रमुख लक्षण हैं। ऐसे में आपको शीघ्र चिकित्सक से संपर्क कर अपना उपचार शुरू कराना चाहिए।
कोरोना महामारी से जूझते हुए लगभग डेढ़ साल का समय बीतने को है। लेकिन यह जानलेवा वायरस अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। कोरोना से ठीक हो चुके कई लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद भी उनमें अब फिर से कोविड के लक्षण उभर रहे हैं। इन लक्षणों में अधिकांश को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत है।

एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने इस बाबत बताया कि कोविड से ठीक को चुके कई लोगों में क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम ( बिना श्रम किए थकावट महसूस होना ) और सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत प्रमुखता से देखी जा रही है। इसके अलावा ’नाॅर्मल लंग्स कैपेसिटी’ के कारण चलने में कठिनाई होना, सीने मे दर्द आदि की शिकायतें भी उभर रही हैं। साथ ही कुछ लोगों को अनिद्रा की भी शिकायत हो सकती है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी के अनुसार यह सभी पोस्ट कोविड के लक्षण हैं।
कोविड के नोडल अधिकारी डाॅ. पीके पण्डा जी ने बताया कि एम्स, ऋषिकेश की कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी में इन दिनों औसतन 10 से 12 पोस्ट-कोविड मरीज प्रतिदिन देखे जा रहे हैं। आने वाले समय में ऐसे मरीजों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। इनमें अधिकांश मरीजों को सांस लेने में तकलीफ, हृदय और डायबिटीज संबंधी शिकायतें हैं।

उन्होंने बताया कि एसिम्टोमैटिक लक्षण वाले कोविड मरीज यदि नियमित ब्रीदिंग एक्सरसाइज (सांस से जुड़े व्यायाम ) का अभ्यास करें और संतुलित व पौष्टिक भोजन लें, तो उनमें पोस्ट कोविड की समस्या नहीं होगी, लेकिन ’हाइफ्लो ऑक्सीजन थैरेपी’ वाले और जो मरीज वेन्टिलेटर पर रहे हों, उन्हें फेफड़ों में परेशानी होने की समस्या हो सकती है।

नोडल ऑफिसर डाॅ. पीके पण्डा जी ने बताया कि जिन लोगों को बीपी, अनियं​त्रित शुगर, किडनी रोग व हार्ट की बीमारी है, ऐसे लोगों को पोस्ट कोविड से ज्यादा खतरा है। ऐसे लोगों को नियमिततौर से चिकित्सक के संपर्क में रहकर दवा का उपयोग करना चाहिए। खड़े होने पर चक्कर आने की शिकायत पर ब्लड प्रेशर की जांच करान और हाथ पैरों में ऐंठन होने पर चिकित्सक की परामर्श से विटामिन- ए, बी काॅम्पलेक्स और विटामिन- सी का सेवन करना उचित रहता है।

आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए ऋषिकेश से अमित सिंह नेगी रिपोर्ट।

 

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