हिमाचल: किरकिरी के बाद मंत्री महेंद्र सिंह ने शिक्षकों पर दिया बयान वापस लिया, बोले-मजाक कर रहा था!

हिमाचल: किरकिरी के बाद मंत्री महेंद्र सिंह ने शिक्षकों पर दिया बयान वापस लिया, बोले-मजाक कर रहा था!
Himachal: After grit, Minister Mahendra Singh withdrew his statement on teachers, said – was joking :-

जनसभा में महेंद्र सिंह ने कोरोना काल में सेवाएं देने वाले मास्टरों की जमकर खिल्ली उड़ाई. जल शक्ति मंत्री ने बीते शनिवार को बंजार में जनसभा के दौरान कहा, “जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों ने काम किया, लेकिन दूसरे विभागों के कर्मचारियों ने खूब मजे किए.

 

हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह (Mahender Singh Thakur) ने शिक्षकों को लेकर हाल ही में दिए गए बयान को वापस ले लिया है. लगातार किरकिरी के बाद मंगलवार को एक बयान में उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया और कहा कि उन्होंने मजाक में यह बात कही थी और अध्यापकों ने मेरी बात को अन्यथा लिया है.

मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने मजाकिया तौर पर यह बात कही थी. उनकी कोई दुर्भावना नहीं थी और उनके बयान से कोई आहत हुआ है तो वह अपना बयान वापस लेते हैं. उन्होंने कहा कि जब बंजार में पौढ़िया चढ रहा था तो किसी ने कहा कि कोरोना काल में सभी ने काम किया. मेरी ऐसी भावना नहीं थी कि किसी वर्ग विशेष को लेकर कुछ कहूं. उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता हैं. इस दौरान मंडी लोकसभा उपचुनाव को लेकर महेंद्र सिंह ने कहा कि हाईकमान तय करेगा कि यहां से कौन उम्मीदवार होगा और संगठन और हाईकमान का यह अधिकार है.

जनसभा में महेंद्र सिंह ने कोरोना काल में सेवाएं देने वाले मास्टरों की जमकर खिल्ली उड़ाई. जल शक्ति मंत्री ने बीते शनिवार को बंजार में जनसभा के दौरान कहा, “जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों ने काम किया, लेकिन दूसरे विभागों के कर्मचारियों ने खूब मजे किए. इस दौरान मास्टरों ने बहुत ही ज्यादा मजे किए. फिर फ्रंटलाइन वर्कर बन गए कि उनको सबसे पहले वैक्सीन लगाई जाए, पता नहीं उन्होंने क्या काम किया यह तो ईश्वर ही जानता है.” मंत्री का इसको लेकर एक वीडियो भी वायरल हुआ है और अब इसको लेकर विवाद हो गया है. शिक्षक संघ से लेकर सोशल मीडिया और कांग्रेस ने मंत्री के बयान की निंदा की है. बयान के बाद से ही शिक्षक संघों के नेताओं ने मंत्री के बयान की निंदा की और कहा कि वह अपनी बात पर खेद व्यक्त करें. वहीं, कांग्रेस नेताओं ने भी उनके बयान पर उन्हें आड़े हाथों लिया.

 

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने महेंद्र सिंह के इस बयान को लेकर भी सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्री जहां अपने विभाग के कर्मचारियों की पीठ थपथपाते नहीं थकते, वहीं दूसरे विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों पर विवादित बयान देकर उनका मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं. बता दें कि महेंद्र सिंह मंडी जिले के धर्मपुर विधानसभा से हैं. वह लगातार पांच बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. 1998 के बाद से वह लगातार चुनाव जीत रहे हैं. हालांकि, वह अक्सर विवादों से चर्चा में रहते हैं.

आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए शिमला से शिवानी नेगी देहरादून से अमित सिंह नेगी के साथ ब्यूरो रिपोर्टं।

 

Himachal: After grit, Minister Mahendra Singh withdrew his statement on teachers, said – was joking :-

In the public meeting, Mahendra Singh fiercely ridiculed the masters who served during the Corona period. Jal Shakti Minister said during a public meeting in Banjar on Saturday, “The employees of Jal Shakti Department worked, but the employees of other departments had a lot of fun. Himachal Pradesh Jal Shakti Minister Mahendra Singh has withdrawn his recent statement regarding teachers. In a statement on Tuesday after constant grit, he withdrew his statement and said that he had said this in a joking manner and the teachers have taken my point otherwise. Minister Mahendra Singh said that he had said this jokingly. He had no ill-will and if anyone is hurt by his statement, then he withdraws his statement. He said that when the pauper was climbing in Banjar, someone said that everyone worked during the Corona period. I had no such feeling that I should say anything about any particular class. He said that teachers are the builders of the nation. During this, regarding the Mandi Lok Sabha by-election, Mahendra Singh said that the high command will decide who will be the candidate from here and it is the right of the organization and the high command. In the public meeting, Mahendra Singh fiercely ridiculed the masters who served during the Corona period. Jal Shakti Minister said during a public meeting in Banjar on Saturday, “The employees of Jal Shakti Department worked, but the employees of other departments had a lot of fun. During this, the masters had a lot of fun. Then they became frontline workers that they should be vaccinated first, I do not know what work they did, only God knows. A video of the minister regarding this has also gone viral and now there has been a controversy about it. From teachers’ union to social media and Congress, the minister’s statement has been condemned. Since the statement, the leaders of the teachers’ unions condemned the minister’s statement and asked him to express his regret. At the same time, Congress leaders also took a dig at him on his statement. Leader of Opposition Mukesh Agnihotri surrounded the government fiercely regarding this statement of Mahendra Singh. He said that while the Jal Shakti Minister does not get tired of patting the backs of the employees of his department, he is working to break the morale of the officers and employees of other departments by making controversial statements. Please tell that Mahendra Singh is from Dharampur assembly in Mandi district. He has reached the assembly by winning elections for five consecutive times. He has been winning elections continuously since 1998. However, he is often in discussion with controversies.

Bureau reports with Amit Singh Negi from Dehradun, Shivani Negi from Shimla for Idea for News.

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