युवक की एक छोटी सी गलती से ग्राइंडर ने चीर डाला सीना, जानिए फिर क्या हुआ?
युवक की एक छोटी सी गलती से ग्राइंडर ने चीर डाला सीना, जानिए फिर क्या हुआ?
Due to a small mistake of the young man, the grinder ripped the chest, know what happened then :-
प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में जय सिंह यादव लोहे की रॉड काटने वाले ग्राइंडर से कुछ काम कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने दोनों हाथों की बजाए ग्राइंडर को एक हाथ से पकड़ रखा था. अचानक बड़ा हादसा हो गया.
एक छोटी सी गलती किस कदर जान पर आफत बन आती है, ऐसा ही उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के रहने वाले एक शख्स के साथ हुआ है. धूमनगंज इलाके में रहने वाले जय सिंह यादव प्राइवेट काम करते हैं. लोहे की रॉड काटने वाले ग्राइंडर को दोनों हाथों से पकड़ने के बजाय वह एक हाथ से पकड़कर कुछ काट रहे थे. इस दौरान बड़ा हादसा हो गया और बिजली से चलने वाला ग्राइंडर हाथ की पकड़ से छूट गया. फिर क्या था ग्राइंडर ने उनके एक हाथ को काटते हुए सीने को चीर दिया. लोहे की प्लेट से सीना इस कदर कटा की दिल बाहर नजर आने लगा.
युवक की एक छोटी सी गलती से ग्राइंडर ने चीर डाला सीना, जानिए फिर क्या हुआ?
प्रयागराज में एक दुर्घटना में ग्राइंडर ने युवक का सीना चीर दिया. डॉक्टरों ने उसे कड़ी मशक्कत के बाद बचाया
Prayagraj News: प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में जय सिंह यादव लोहे की रॉड काटने वाले ग्राइंडर से कुछ काम कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने दोनों हाथों की बजाए ग्राइंडर को एक हाथ से पकड़ रखा था. अचानक बड़ा हादसा हो गया…
प्रयागराज. एक छोटी सी गलती किस कदर जान पर आफत बन आती है, ऐसा ही उत्तर प्रदेश में प्रयागराज (Prayagraj) के रहने वाले एक शख्स के साथ हुआ है. धूमनगंज इलाके में रहने वाले जय सिंह यादव प्राइवेट काम करते हैं. लोहे की रॉड काटने वाले ग्राइंडर को दोनों हाथों से पकड़ने के बजाय वह एक हाथ से पकड़कर कुछ काट रहे थे. इस दौरान बड़ा हादसा हो गया और बिजली से चलने वाला ग्राइंडर हाथ की पकड़ से छूट गया. फिर क्या था ग्राइंडर ने उनके एक हाथ को काटते हुए सीने को चीर दिया. लोहे की प्लेट से सीना इस कदर कटा की दिल बाहर नजर आने लगा.
आनन-फानन में पीड़ित को हॉस्पिटल भेजा गया. जय की हालत देख उसके परिजनों को जय की बचने की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी. लेकिन परिजनों ने हिम्मत नहीं छोड़ी और उसे नारायण स्वरूप हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. जहां जय की नाजुक हालत देखकर डॉक्टर ने एडमिट कर लिया. एक घंटे से ज्यादा समय तक चले ऑपरेशन के बाद हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर राजीव सिंह ने जय सिंह यादव की जान बचा दी. तब जाकर परिवार वालों के जान में जान आई.
परिजनों को नहीं थी जय के बचने की उम्मीद
परिवार के मुताबिक जय की बचने की उम्मीद खो चुके थे लेकिन एक डॉक्टर ने देवदूत बनकर हमारे परिवार के जय की जान बचा दिया. जय की जान बचाने वाले डॉक्टर राजीव सिंह कहते हैं एक छोटी सी गलती आदमी की जान की दुश्मन बन जाती है. ये ऑपरेशन के दौरान एक नया अनुभव रहा है. उनके मुताबिक यह काफी क्रिटिकल केस था. ऐसे केस उनके जीवन में भी बेहद काम आए हैं. उनके मरीज को हॉस्पिटल लाया गया तो उसका खून काफी बह चुका था और दिल पूरी तरीके से बाहर दिख रहा था. लेकिन हमारे साथ मौजूद टीम ने पेशेंट के साथ काफी मेहनत किया और इसकी जान बचा ली.
राजीव सिंह ने यह भी कहा है कि अगर इसे और देर कर देते तो शायद जय की जान बचा पाना मुश्किल होता है. नारायण स्वरूप हॉस्पिटल के निदेशक डॉ राजीव सिंह कहते हैं कि आप सभी लोगों को कुछ भी काम करते हुए सावधान रहना चाहिए ताकि जिस तरह जय के साथ हुआ है ऐसा हादसा किसी और के साथ न हो. सावधानी जरूर बरते क्योंकि जय की तरह हर किसी की किस्मत अच्छी नहीं होती है.
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए लखनऊ से राजेंद्र सिंह देहरादून से अमित सिंह नेगी रिपोर्ट।
Due to a small mistake of the young man, the grinder ripped the chest, know what happened then :-
In Dhumanganj area of Prayagraj, Jai Singh Yadav was doing some work with an iron rod cutter grinder. During this, instead of both hands, he held the grinder with one hand. Suddenly a big accident happened. How a small mistake becomes a disaster on life, similar has happened to a person living in Prayagraj in Uttar Pradesh. Jai Singh Yadav, who lives in Dhumanganj area, works in private. Instead of holding the grinder that cut the iron rod with both hands, he was holding something with one hand and cutting something. During this, a big accident happened and the electric grinder was released from the grip of the hand. Then what was the grinder, cutting off one of his hands and ripping off the chest. The chest was cut from the iron plate in such a way that the heart was visible outside. Due to a small mistake of the young man, the grinder ripped the chest, know what happened then? In an accident in Prayagraj, the grinder ripped off the chest of the young man. Doctors saved him after hard work Prayagraj News: Jai Singh Yadav was doing some work with an iron rod cutter in Dhumanganj area of Prayagraj. During this, instead of both hands, he held the grinder with one hand. Suddenly a big accident happened… Prayagraj. How a small mistake becomes a disaster on life, the same has happened to a person living in Prayagraj in Uttar Pradesh. Jai Singh Yadav, who lives in Dhumanganj area, works in private. Instead of holding the grinder that cut the iron rod with both hands, he was holding something with one hand and cutting something. During this, a big accident happened and the electric grinder was released from the grip of the hand. Then what was the grinder, cutting off one of his hands and ripping off the chest. The chest was cut from the iron plate in such a way that the heart was visible outside. The victim was rushed to the hospital. Seeing Jai’s condition, his family had absolutely no hope of Jai’s survival. But the family members did not give up and took him to Narayan Swaroop Hospital. Where seeing Jai’s critical condition, the doctor admitted. After the operation which lasted for more than an hour, the director of the hospital, Dr. Rajiv Singh saved the life of Jai Singh Yadav. Only then came the life of the family members. The family did not expect Jai to survive According to the family, Jai had lost hope of survival but a doctor became an angel and saved the life of Jai of our family. Rajiv Singh, the doctor who saved Jai’s life, says that a small mistake becomes the enemy of a man’s life. It has been a new experience during the operation. According to him, it was a very critical case. Such cases have come in handy in his life too. When his patient was brought to the hospital, his blood was oozing out and his heart was completely out. But the team present with us worked very hard with the patient and saved his life. Rajeev Singh has also said that if it was delayed further, it would have been difficult to save Jai’s life. Dr. Rajiv Singh, director of Narayan Swaroop Hospital, says that all of you people should be careful while doing any work so that the way it happened with Jai, such an accident does not happen to anyone else. Be careful because not everyone has good luck like Jai.
Rajendra Singh from Lucknow Amit Singh Negi reports from Dehradun for Idea for News.