देहरादून -आंकड़े संजोए रखने की भूमिका रह गई है सेवायोजन विभाग की- मोर्चा!
देहरादून -आंकड़े संजोए रखने की भूमिका रह गई है सेवायोजन विभाग की- मोर्चा!
The role of data keeping is left to the employment department – Front:-
सिर्फ आंकड़े संजोए रखने की भूमिका रह गई है सेवायोजन विभाग की- मोर्चा #प्रदेश में आज की तिथि में 8.07 लाख
बेरोजगार हैं दर्ज ! #बेरोजगारों के रोजगार से कोई सरोकार नहीं रहा विभाग का | #रोजगार के नाम पर होती है रोजगार मेला नामक नौटंकी ! #सरकार द्वारा पंगु बना दिया गया विभाग को ! #विभाग का काम रह गया सिर्फ पंजीकरण करना ! विकासनगर -जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकार की उदासीनता के चलते प्रदेश का सेवायोजन विभाग आज की तारीख में सिर्फ बेरोजगारों के आंकड़े संजोए रखने व रोजगार मेला नामक नौटंकी करने भर के लिए रह गया है | नेगी ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2020-21 तक पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 8.07 लाख थी तथा इसी प्रकार वर्ष 2019-20 में 7.78 लाख, 2018-19 में 8.03 लाख तथा वर्ष 2017-18 में 8.57 लाख थी |विगत कुछ वर्षों से बेरोजगार युवाओं को रोजगार के नाम पर रोजगार मेला नामक नौटंकी कर बेरोजगारों से छल किया जा रहा है | नेगी ने कहा कि सेवायोजन विभाग की भूमिका का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आउटसोर्स के माध्यम से दी जाने वाली नौकरियों में आउटसोर्स एजेंसियां भी इस विभाग से संबंधित पद के योग्य अभ्यर्थी के नाम तक नहीं मांगती यानी सरकारों द्वारा एक तरह से इस विभाग को ठिकाने लगाया गया है ! पूर्वर्ती समय में किसी पद के सापेक्ष मुख्य नियोक्ता विभाग द्वारा अधियाचन से संबंधित योग्य अभ्यर्थियों के नामों की मांग की जाती रही है, लेकिन सांठगांठ के चलते सारी व्यवस्थाएं धराशाई हो गई हैं | पत्रकार वार्ता में- ओ.पी. राणा व नारायण सिंह चौहान आदि थे |
आईडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट
The role of data keeping is left to the employment department – Front:-
Only the role of data keeping is left to the employment department – Front 8.07 lakhs in the state as of today
Registered unemployed! # The department has no concern with the employment of the unemployed. In the name of employment, there is a gimmick called employment fair! # The department was paralyzed by the government! # The work of the department is left only to register! Raghunath Singh Negi, president of Vikasnagar-Jan Sangharsh Morcha and former vice-president of GMVN, while talking to reporters said that due to the apathy of the government, the employment department of the state, in today’s date, only to preserve the figures of the unemployed and to do a gimmick called employment fair. is left Negi said that the number of unemployed registered in the state till the year 2020-21 was 8.07 lakh and similarly it was 7.78 lakh in the year 2019-20, 8.03 lakh in 2018-19 and 8.57 lakh in the year 2017-18. In the name of employment to the youth, the unemployed are being cheated by doing a gimmick called employment fair. Negi said that the role of the Employment Department can be gauged from the fact that even in the jobs given through outsourced outsourced agencies, the outsourced agencies do not even ask for the names of the eligible candidates for the posts related to this department, that is, in a way by the governments. The department has been hijacked! In the earlier times, the main employer department has been demanding the names of eligible candidates related to requisition in relation to any post, but due to nexus, all the arrangements have collapsed. In the press conference – O.P. There were Rana and Narayan Singh Chauhan etc.
Amit Singh Negi reports from Dehradun for Idea for News