उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्वच्छता में निकला फिसड्डी!
उत्तराखंड के बड़े शहर इस बार भी स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 में फिसड्डी साबित हुए। राजधानी दून समेत सभी नगर निगम और अन्य प्रमुख शहर स्वच्छता के मोर्चे पर मुकाम हासिल नहीं कर पाए।
इस मामले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के शहरों ने स्वच्छता में काफी सुधार किया है। सीएम ने कहा कि यह बात अलग है कि किसी को 60 अंक मिले तो किसी को 85 अंक इस सर्वेक्षण में मिले हैं। बता दें कि 425 शहरों की रैकिंग में कोई भी शहर टॉप 200 में भी जगह नहीं बना पाया। गंगा किनारे वाले शहरों में देशभर में पहली रैंकिंग हासिल कर गौचर ने
उत्तराखंड का मान रख लिया। इसके अलावा मुनिकीरेती, अगस्त्यमुनि जैसे छोटे शहरों और कुछ कैंट बोर्ड ने बेहतर प्रदर्शन कर राज्य की खराब स्थिति को कुछ हद तक बेहतर बनाया है। 425 शहरों की रैंकिंग में दून को 384वां स्थान मिला, जबकि पिछली रैंकिंग में दून का स्थान 259वां था। नगर निगम रुड़की पिछली रैंकिंग में प्रदेश का सबसे बेहतर शहर था। यह तमगा अब भी रुड़की को मिला है, मगर इस सर्वेक्षण में रुड़की की रैंकिंग में 123 की गिरावट दर्ज की गई है। इसी तरह हरिद्वार, हल्द्वानी व रुद्रपुर की रैकिंग भी पिछले सर्वेक्षण के मुकाबले काफी गिरी है। सिर्फ काशीपुर ने दो रैंक का सुधार किया।
बाईट- त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री उत्तराखंड/
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून उत्तराखंड से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट /