घटिया नमक थमाकर क्यों किया जा रहा उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से खिलवाड- मोर्चा
घटिया नमक थमाकर क्यों किया जा रहा उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से खिलवाड- मोर्चा
घटिया नमक थमाकर क्यों किया जा रहा उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से खिलवाड- मोर्चा #एक किलो साबूत मंडवा खाना है या माथे पर लेप लगाना है ! विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि खाद्य मंत्री श्रीमती रेखा आर्य की जिद एवं निजी स्वार्थ के चलते प्रदेश के राशन कार्ड धारकों/ उपभोक्ताओं को निम्न गुणवत्ता का 2 किलो घटिया नमक राशन विक्रेताओं माध्यम से प्रति कार्ड/ प्रतिमाह थोपा जा रहा है | उक्त नमक बहुत ही निम्न गुणवत्ता का है, जिससे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड सकता है| इस नमक को लेकर कुमाऊं में भी कार्ड धारकों द्वारा आक्रोश जताया गया है| अक्सर देखा गया है कि जब कार्ड धारक उक्त घटिया नमक को लेने से मना कर देते हैं तो कई बार दुकानदार व कार्ड धारक के बीच विवाद हो जाता है | उक्त घटिया नमक इंसानों को खिलाने के लिए बेहतर हो न हो, लेकिन पशुओं के लिए काफी मुफीद लगता है ! नेगी ने कहा कि खाद्य मंत्री के एक अन्य तुगलकी फरमान के चलते निम्न गुणवत्ता का 1 किलो साबूत मंडुवा मुफ्त में कार्ड धारकों को दिया जा रहा है, जिसके बदले 1 किलो चावल की कटौती की गयी है| एक किलो साबूत मंडवा कार्ड धारक कैसे पिसवाएगा ! कार्ड धारक उपभोक्ता इस पेसोपश में है कि उक्त मंडुवे को पिसवाकर खाये या माथे पर लेप लगाए ! काबिले गौर है कि सरकार दाल भी राशन दुकानों पर तब भिजवाती है, जब बाजार भाव कम हो जाता है और भाव महंगा होने पर दाल भी बंद कर दी जाती है | इसमें भी खेल किया जा रहा है | मोर्चा सरकार से मांग करता है कि उक्त दोनों बिंदुओं का संज्ञान लेकर उपभोक्ता हित में कार्रवाई करे | पत्रकार वार्ता में- विजय राम शर्मा व दिलबाग सिंह मौजूद थे |