उत्तरखण्ड -दिव्यांग बच्चों ने दिखाया हुनर, दीवाली के लिए बनाईं कैंडल और ऐपण वाले दीये!

उत्तरखण्ड -दिव्यांग बच्चों ने दिखाया हुनर, दीवाली के लिए बनाईं कैंडल और ऐपण वाले दीये!

मंगलदीप विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य भारती पांडे ने बताया बच्चों के द्वारा बनाई गई विभिन्न प्रकार की कैंडल 30 रुपये से लेकर 60 रुपये तक बिक रही है और इन्हीं की डिमांड सबसे ज्यादा मिल रही है.

दीवाली ) का त्योहार सभी के जीवन को रोशनी से भर देता है. दीपावली को लेकर हर कोई अपनी तैयारी में जुटा रहता है. लोग अपने घरों में दीये और मोमबत्ती लगाकर घर को रोशन करते हैं. दीवाली को लेकर उत्तराखंड के अल्मोड़ा के दिव्यांग बच्चों द्वारा मोमबत्ती और ऐपण वाले दीये बनाए गए हैं. अल्मोड़ा के मंगलदीप विद्या मंदिर के बच्चों ने इनको बनाया है. इनकी डिमांड अल्मोड़ा की विभिन्न जगहों से आ रही है. बच्चों और टीचर द्वारा स्कूलों में स्टॉल भी लगाए जा रहे हैं. अल्मोड़ा के खत्याड़ी में स्थित दिव्यांग बच्चों का यह स्कूल है और यहां पर दीवाली को लेकर बच्चों द्वारा बहुत ही सुंदर-सुंदर कैंडल बनाई जा रही हैं. दिव्यांग बच्चों को उनके बौद्धिक विकास और व्यावसायिक कार्य से उन्हें जोड़ने के लिए उन्हें यहां पर सिखाया जाता है. इस स्कूल में 33 बच्चे हैं. बच्चों द्वारा मोमबत्ती और मिट्टी के दीयों में ऐपण देकर उन्हें सजाया जा रहा है. इसके अलावा बच्चों द्वारा चॉकलेट भी बनाई जा रही है. हर साल त्योहार पर बच्चे इन्हें बनाते हैं और हर बार की तरह इस बार भी इसकी डिमांड सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है.

मंगलदीप विद्या मंदिर में पढ़ने वाले छात्र रोहित कनवाल ने बताया कि दीवाली को लेकर अलग-अलग तरीके की कैंडल यहां पर बनाई जा रही हैं. उन्हें काफी अच्छा लग रहा है. इनको तैयार करने में करीब आधा घंटा लगता है. यहां पर कैंडल बनाने के साथ-साथ चॉकलेट और ऐपण वाले दीये भी बनाए जा रहे हैं.

सबसे ज्यादा डिमांड में कैंडल

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आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से ब्यूरो रिपोर्ट।

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