राजस्थान की कमान किस के हाथ ? CM अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बने तो किसे मिलेगी !

राजस्थान की कमान किस के हाथ ? CM अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बने तो किसे मिलेगी !

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख आठ अक्टूबर है. एक से ज्यादा उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे निभाऊंगा और पार्टी उनसे कहती है तो वो कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरेंगे. आज दिल्ली में गहलोत पार्टी सुप्रीमो सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे.

लेकिन इससे भी बड़ी खबर ये है कि अगर वो कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो क्या वो राजस्थान के मुख्यमंत्री भी रहेंगे या नहीं. इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है. अशोक गहलोत के रुख से तो ऐसा लगता है कि वो मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ना चाहेंगे. जब उनसे एक व्यक्ति, एक पद को लेकर सवाल पूछा गया तो गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में कोई भी खड़ा हो सकता है चाहे वो मंत्री हो या मुख्यमंत्री. अटकलें तो ये भी हैं कि अगर अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाते हैं तो सचिन पायलट को राजस्थान की कमान सौंपी जा सकती है.

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में कितने दावेदार

अशोक गहलोत-नामांकन दाखिल करेंगे

राहुल गांधी- चुनाव लड़ने पर संशय

शशि थरूर- दावेदारी की इच्छा जताई

अशोक गहलोत की प्रोफाइल

राजस्थान के 3 बार के मुख्यमंत्री

गांधी परिवार के करीबी

पार्टी का बड़ा OBC चेहरा

केंद्र और संगठन का 40 साल का अनुभव

हिन्दी बेल्ट में पार्टी को दे सकते हैं मजबूती

‘राहुल को मनाने की आखिरी कोशिश करूंगा’

दिल्ली पहुंचे गहलोत ने यह भी कहा कि वह कोच्चि जाकर राहुल गांधी को इस बात के लिए मनाने का आखिरी प्रयास करेंगे कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें. उनका कहना था कि राहुल गांधी से बातचीत करने के बाद ही वह तय करेंगे कि आगे क्या करना है. गहलोत ने कहा, ‘मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है. जहां भी मेरा उपयोग है, मैं वहां तैयार रहूंगा.अगर पार्टी को लगता है कि मेरी मुख्यमंत्री के रूप में जरूरत है, या अध्यक्ष के रूप में ज्यादा जरूरत है तो मैं मना नहीं कर पाऊंगा.

‘बस चले तो किसी पद पर नहीं रहूं’

गहलोत ने कहा, ‘अगर मेरा बस चले तो मैं किसी पद पर नहीं रहूं. मैं राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरूं और फासीवादी लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलूं.’उनका कहना था, ‘मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया है, आज अगर पार्टी संकट में है तो इनके (भाजपा के) कारनामों के कारण है, कोई हमारी गलतियों से नहीं है.आज जो स्थिति है उसमें कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है. कांग्रेस की मजबूती के लिए जहां जरूरत होगी, वहां मैं खड़ा रहूंगा.’

आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए दिल्ली से ब्यूरो रिपोर्ट।

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