देहरादून- भूमाफियाओ का लगातार कब्ज़ा एसआईटी जांच के बाद भी पुलिस लाचार।
देहरादून- भूमाफियाओ का लगातार कब्ज़ा एसआईटी जांच के बाद भी पुलिस लाचार।
Dehradun- Continuous possession of land mafia, police helpless even after SIT investigation –
आप को बता दें ये मामला अंसल बिल्ड ग्रीन वैल्ली राजपुर रोड देहरादून का जहा 2001 में अंसल बिल्ड वैल्ली ने प्लॉटिंग कर लोगो को एमडीडीए देहरादून द्वारा स्वीकृत करा कर उन के सुपुर्द कर दिया गया था वहां लोगो ने अपने आवास बना कर रह रहे लोगो को ये अधिकर दिया गया के वो खाली पड़ी भूमि पर गॉर्डन/पार्क या बच्चो के खेलने के लिए इस्तेमाल करे जैसा चाहे करे।
लेकिन कुछ वक्त बाद खाली पड़ी भूमि पर अज्ञात लोगो द्वारा बाउंड्री का निर्माण किया जाने लगा जिस को देख कर सोसाइटी के लोगो को हैरानी होने लगी और इस की सुचना पुलिस को दी जिस में कब्ज़ा करने वालो ने अपने द्वारा रजिस्ट्री दिखाई इस में बताया गया के ये भूमि पावर ऑफ़ अटर्नी के माध्यम से रजिस्ट्रियां की गई।
लेकिन सोसाइटी वालो को इस में बड़ा खेल लगा जिस के लिए सोसाइटी के लोग ने लिखित कार्यवाही करने को तहरीर थाने व एस आई टी को दी जिस में ये सारा का सारा मामला खुल कर सामने आया। कब्ज़ा धोखा दड़ी लोगो को फर्जी भूमि लाखो में बेचने की पुस्टि हो गई।
जिन लोगो का नाम इस में सामने आ रहा है उन के पीछे बड़े भूमाफिया ,का हाथ होने सफ़ेद पोस और पुलिस की कार्यवाही भी संदेह के घेरे में है। जब की वहा पर रह रहे राज कुमार नामक व्यक्ति को पुलिस का संगरक्षण है और लगातार वहा पर लोगो के आक्रोश के बावजूद अतिक्रमण किया जा रहा है।
एसआईटी की जाच से स्पॉट हुआ की अमृत सिंह, निवासी 130 अंसल ग्रीन वैली, के द्वारा फर्जी एनओसी दी गई। संपूर्णानंद त्यागी द्वारा फ़र्ज़ी एनओसी के आधार पर एमडीडीए से मान चित्रा पास करवाया गया । एसआईटी की जाच में ये भी स्पास्ट हुआ है की इन लोगो द्वारा फर्जी दस्तावेज बनवा कर जमीं बेचने की धोखादड़ी की है। एसआईटी ने एमडीडीए को मान चित्रा नीरस्त करने के लिए एवं फ़र्ज़ी दस्तवेज़ के आधार पर एमडीडीए और जिलाधिकारी को गुमराह करने के आरोप मैं आवश्यक कार्यवाही करने के आदेश जारी किये गए ।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट।
Dehradun- Continuous possession of land mafia, police helpless even after SIT investigation –
Let us tell you this matter of Ansal Build Green Valley Rajpur Road Dehradun, where in 2001, Ansal Build Valley got the people approved by MDDA Dehradun after plotting and handed it over to the people living there by making their houses. The right was given that he should use the vacant land for garden / park or children’s play as he wishes.
But after some time the boundary was being constructed by unknown people on the vacant land, seeing which the people of the society were surprised and informed the police, in which the occupiers showed the registry by themselves. These land registrations were done through Power of Attorney.
The people whose names are appearing in this, big land mafia, white pose and police action are also under suspicion. While a person named Raj Kumar, who lives there, is under the protection of the police and is constantly being encroached upon despite the anger of the people.
The investigation of the SIT revealed that fake NOC was given by Amrit Singh, resident of 130 Ansal Green Valley. Man Chitra was passed from MDDA on the basis of fake NOC by Sampurnanand Tyagi. It has also been revealed in the investigation of the SIT that these people have cheated of selling land by making fake documents. The SIT has issued orders to cancel the MDDA and take necessary action on the allegation of misleading the MDDA and the District Magistrate on the basis of forged documents
Amit Singh Negi reports from Dehradun for Idea for News.