कर्ज के बोझ तले कराहते प्रदेश को विज्ञापनों की फिजूलखर्ची से बचाओ सरकार ! -मोर्चा !
कर्ज के बोझ तले कराहते प्रदेश को विज्ञापनों की फिजूलखर्ची से बचाओ सरकार ! -मोर्चा !
Government should save the state groaning under the burden of debt from wasteful advertisements! – Front :-
#अब तक 45 हजार करोड़ का बाजारू कर्ज हो गया है प्रदेश पर | #मार्च 2022 तक 53,560 करोड़ होने की आशंका ! #गत वर्ष लिया गया 6200 करोड़ का बाजारु कर्ज़ | #इस वित्तीय वर्ष में भी सरकार ले चुकी 1200 करोड़ का कर्ज | #कर्ज का ब्याज चुकाने के लिए जा रहा है कर्ज | विकासनगर -जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि हमारे गरीब प्रदेश पर आज की तारीख में 45,260 करोड़ का बाजारू कर्ज हो गया है,जिसका ब्याज चुकाना सरकार के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है, जोकि मार्च 2022 तक बढ़कर 53,560 करोड़ होने की आशंका है |अन्य हजारों करोड़ के कर्ज भी मुंह बाए खड़े हैं |यहां तक कि सरकार को कर्ज का ब्याज चुकाने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है | सरकार द्वारा वर्ष 2020-21में 6200 करोड़ कर्ज लिया गया तथा इस वित्तीय वर्ष में आज की तारीख तक 1200 करोड़ कर्ज और ले लिया गया | सरकार द्वारा इन कर्ज के पैसों से विज्ञापनों पर पैसा पानी की तरह बहा जा रहा है, जोकि सरकार की सेहत के लिए अच्छा नहीं है | मोर्चा सरकार से मांग करता है की विज्ञापनों पर करोड़ों रुपया खर्च करने के बजाय धरातल पर काम करें, जोकि जनता को खुद-ब-खुद दिख जाएगा | पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार व विजय राम शर्मा थे |
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी के साथ ब्यूरो रिपोर्ट।
Government should save the state groaning under the burden of debt from wasteful advertisements! – Front :-
# So far there has been a market debt of 45 thousand crores on the state. Expected to be 53,560 crores by March 2022! # Market loan of 6200 crores taken last year | In this financial year also, the government has taken a loan of 1200 crores. # The loan is going to pay the interest of the loan. Raghunath Singh Negi, President of Vikasnagar-Jan Sangharsh Morcha and former Vice President of GMVN, while talking to reporters said that our poor state has got a market debt of 45,260 crores as on date, paying the interest of which is proving difficult for the government. Which is expected to increase to 53,560 crores by March 2022. Another thousands of crores of loans are also standing on the back. Even the government has to take loans to pay the interest of the loan. 6200 crore loan was taken by the government in the year 2020-21 and in this financial year till date 1200 crore loan has been taken. With the money of these loans by the government, money is being wasted on advertisements like water, which is not good for the health of the government. The front demands from the government that instead of spending crores of rupees on advertisements, work on the ground, which will be visible to the public automatically. Front general secretary Akash Panwar and Vijay Ram Sharma were in the press conference.
Bureau report with Amit Singh Negi from Dehradun for Idea for News.