एम्स ऋषिकेश ओपीडी सेवाए बंद-AIIMS Rishikesh OPD services closed!
एम्स ऋषिकेश ओपीडी सेवाए बंद-AIIMS Rishikesh OPD services closed!
कोविड19 के तेजी से बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश ने सोमवार को ओपीडी सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया है। मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान की ओर से टेलिमेडिसिन सेवाएं शुरू की गई हैं,लिहाजा अब सभी सामान्य रोगों से ग्रसित मरीज टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से संबंधित चिकित्सकों से जरुरी परामर्श ले सकेंगे। इसके साथ ही कोविड संक्रमण से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं। बताया गया है कि आवश्कता पड़ने पर इनकी संख्या 500 तक की जाएगी।
कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों की लगातार में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है,जिसके चलते एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी की देखरेख में एम्स अस्पताल प्रशासन ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। जिनके तहत अस्पताल में जनरल ओपीडी को बंद कर, अब टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिया जाना शामिल है। इस बाबत एम्स के डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रोफेसर यूबी मिश्रा जी ने बताया कि तेजी से फैल रहे कोविड संक्रमण को देखते हुए संस्थान में जनरल ओपीडी सेवाएं स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में सामान्य रोगों से ग्रस्त सभी मरीज अब टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे। जबकि अस्पताल की इमरजेंसी सेवा पूर्व की भांति 24 घंटे जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए एम्स द्वारा संचालित की जा रही।
कोविड संक्रमण से ग्रसित मरीजों के उपचार के बाबत उन्होंने बताया एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी के निर्देशन में कोविड मरीजों के लिए 500 बेड आरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल वर्तमान में एम्स में कोविड मरीजों के लिए 300 से अधिक बेड रिजर्व रखे गए हैं। जिनमें 80 बेड आईसीयू सुविधायुक्त हैं। डीएचए के अनुसार गंभीर किस्म के कोविड मरीजों के उपचार के लिए अस्पताल में 100 वेन्टिलेटर उपलब्ध हैं।
उधर, कोविड के तीब्र गति से बढ़ते संक्रमण के प्रति आगाह करते हुए कम्युनिटी और फेमिली मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. योगेश बहुरूपी जी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर पहली लहर से कईगुना अधिक घातक है लिहाजा प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता को समझना होगा और भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का शब्दश: पालन करना होगा।
आईडिया फॉर न्यूज़ के लिए लखनऊ से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट
In view of the fast growing transition of Kovid 19, All India Institute of Medical Sciences AIIMS Hrishikesh has decided to discontinue OPD services on Monday. For the convenience of patients, telemedicine services have been started by the institute, so now patients suffering from all common diseases will be able to seek necessary consultation with the concerned physicians through telemedicine OPD. Along with this, AIIMS Hospital Administration has reserved more than 300 beds for the treatment of patients suffering from Kovid infection. It has been told that if required, their number will be increased to 500. Due to the continuous increase in the number of patients suffering from Corona virus is being recorded, due to which AIIMS hospital administration has changed some arrangements under the supervision of AIIMS Director Padmashree Professor Ravi Kant ji. These include the discontinuation of General OPD in the hospital, now counseling patients through Telemedicine OPD. In this regard, Dean of AIIMS Hospital Affairs Professor UB Mishra said that it has been decided to postpone general OPD services in the institute in view of the fast spreading Kovid infection. In such a situation, all patients suffering from common diseases will now be seen through telemedicine OPD. While the emergency service of the hospital will continue for 24 hours as before. He said that people are being operated by AIIMS to avoid unnecessary trouble. Regarding the treatment of patients suffering from Kovid infection, he said that under the direction of AIIMS Director Padmashree Professor Ravi Kant Ji, a target has been set to reserve 500 beds for Kovid patients. Presently, AIIMS currently has more than 300 bed reserves for Kovid patients. Out of which 80 beds are equipped with ICU facilities. According to DHA, 100 ventilators are available in the hospital for the treatment of severe type of Kovid patients. On the other hand, warning of the fast growing infection of Kovid, Assistant Professor of the Department of Community and Family Medicine, Dr. Yogesh Bahurupi ji said that the second wave of Kovid is many times more deadly than the first wave, so each person has to understand its severity. And the Kovid Guidelines issued by the Government of India and the State Government will have to be adhered to verbatim. Amit Singh Negi reports from Lucknow for Idea for News