उत्तराखण्ड सरकार कर रही प्राकृतिक जल स्रोतों को विकसित!
उत्तराखंड सरकार जल संरक्षण की दिशा में ठोस पहल कर रही है। प्राकृतिक जल स्रोतों को विकसित करने पर सरकार का विशेष फोकस है। पानी बचाने के लिए उत्तर प्रदेश विधानसभा में आधा गिलास पानी देने की की पहल का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वागत किया है मुख्यमंत्री ने कहा कि यह काफी अच्छी बात है।
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि प्रदेश में जल की उपलब्धता चाहे वो झीलों में हो या प्राकृतिक जल स्रोतों में, इस दिशा में समेकित प्रयासों के आधार पर नियोजित ढंग से कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने वर्षा जल संग्रहण की दिशा में कार्य किये जाने की भी बात कही। सीएम रावत ने कहा कि इसे भी अभियान के रूप में संचालित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड में झीलों, प्राकृतिक जल स्रोतों और वर्षा जल संरक्षण की दिशा में प्रभावी कार्य योजना के साथ जल की आवश्यकता सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
बाईट- त्रिवेंद्र रावत, सीएम उत्तराखण्ड
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेश में 8-9 झीलों के संरक्षण का कार्य चल रहा है, जल संरक्षण सरकार की प्राथमिकता भी है। इस दिशा में समाज में जन जागरूकता के प्रयास के साथ ही आम आदमी का जागरूक होना भी जरूरी है। वनीकरण, जल संरक्षण व जल संचय में स्थानीय लोगों की भागीदारी बड़ा बदलाव ला सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जल की पर्याप्त उपलब्धता है, हमें जल संचय की आदत बनानी होगी, जितनी जरूरत है उतना ही जल का उपयोग करने से भी जल संचय के साथ ही जल की बरबादी को रोकने में हम सफल हो सकेंगे।
बाईट- त्रिवेंद्र रावत, सीएम उत्तराखण्ड–
राजधानी देहरादून से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट!