मौसम विभाग ने भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की!
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले एक हप्ते तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है, मौसम विभाग के इस अलर्ट के बाद प्रदेश में आने वाली आपदा की संका और आपदा से निपटने के लिए सरकार ने लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली है, इसके साथ ही सभी जिलों के जिलाधिकारीयो को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद रहने के निर्देश दिए है, और विभागीय कर्मियों की छुट्टियाँ जरुरत के हिसाब से रद्द करने के भी निर्देश दिए है।
मानसून कुमाऊं के रास्ते एक हप्ते पहले ही दस्तक दे चुका है और अब बारी गढ़वाल क्षेत्र की है जहां अगले 72 घंटे में मानसून दस्तक देगा । ऐसे में अब बारी सरकार की व्यवस्थाओं के इंतिहान की है। उत्तराखंड में आने वाले अब कुछ हफ्ते मौसम चुनौती भरा रहने वाला है उत्तराखंड मौसम विभाग की रिपोर्ट कह रही है कि सूबे में 3 जुलाई से लेकर 10 जुलाई तक मौसम विभाग ने पहले से ही भारी बारिष की चैतावनी दे दी है। मौसम निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार मानसून ने उत्तराखंड के कुमाऊ क्षेत्र में 24 जून को दस्तक दे दिया था लेकिन अगले 72 घंटो में मानसून पूरे प्रदेश में अपना कहर बरसाएगा। उत्तराखंड मौसम विभाग की माने तो अगले एक हफ्ते में गढ़वाल और कुमाऊ के मैदानी जिलों हरिद्वार,देहरादून, उधमसिंह नगर और नैनिताल के अलावा कई पहाड़ी जिलों में इंद्र देव जरुरत से ज्यादा मेहरबान होने वाले हैं। मौसम विभाग के शब्दावली के अनुसार उत्तराखंड में आने वाले कुछ दिनो में हेल्दी रेन होने जा रही है लेकिन आप इसे हल्के में ना ले ये आपके लिए आफत भी बन सकती है ।
बाइट – विक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विभाग
वीओ 2 – मौसम विभाग के इस अलर्ट की गंभीरता का अनुमान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के बयान से आसानी से लगाया जा सकता है। मौसम विभाग की रिपोर्ट मिलते ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मानसून को लेकर व्यवस्थाओं के चाक चौबंद होने की बात कही। जिस तरह से मौसम का अनुमान बताया गया है उसकी गंभीरता को देखते हुए पहले से जिलों में जिलाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। आपातकालीन स्थीती से निपटने के लिए फंड की व्यवस्था की जा चुकी है साथ ही अगर कनेक्टीविटी को लेकर अगर कहीं पर संपर्क नही हो पाता है तो सेटेलाइट फोन की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मौसम की वजह से कहीं हालात बिगड़ते हैं तो स्कूलों के अवकाश के लिए जिलाधिकारियों को अधिकृत किया गया है। मौसम बिगड़ने पर तुरंत अवकाश करने के निर्देश दिये गये हैं।
बाइट – त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
फाइनल वीओ -यु तो उत्तराखण्ड राज्य की भौगोलिक परिस्तिथिया अन्य राज्यों से भिन्न है और यही वजह है की राज्य में आपदा आना आम बात सी हो गयी है। लिहाजा आपदा से निपटने के लिए प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सारी व्यवस्थाओं के मुकम्मल होने की बात कही है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून/ से आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट!