पहाड में उगनें वाली हर वनस्पति का प्रयोग!
पहाड में उगनें वाली हर वनस्पति का प्रयोग होता है। क्वैराल तिमूल पहाड़ी क्षेत्र वनस्पति है इन दोनो का प्रयोग पेट से संबधी विभिन्न बिमारियों को दूर करने के प्रयोग में किया जाता है।
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क्वैराल का प्रयोग रायते,सब्जी आदि के प्रयोग में किया जाता है। तिमूल का चटनी बनाने के काम आती है।थल तहसील के ससखेम गांव में बीपीएल महिला समूह के द्वारा क्वैराल और तिमूल का नया प्रयोग कर इसका आचार बनाया जा रहा है।महिलाओं के द्वारा दो क्विंटल से अधिक आचार बनाकर स्वायŸा सहकारिता के माध्यम से बाजार में ब्रिकी हो रही है। महिलाओं के लिए उŸाराखंड विकेंद्रीकृत जलागम के माध्यम से विŸाीय सहयोग भी दिया जा रहा है। समूह के द्वारा आंवला,अदरक,लहसुन,अदरक,तिमूर धानिक तेजपता का नमक बनाया जा रहा है।महिला समूह की अध्यक्ष गंगा कार्की बताती है महिलाओं के द्वारा तैयार अचार और नमक बना रही है जिसकी बाजार में बहुत अधिक ब्रिकी भी हो रही है। इससे महिलायें आत्मनिर्भर हो रही है और महिलाओं की आर्थिक स्थिति अच्छी हो रही है। महिलाओं को घर पर ही रोजगार भी मिल रहा है। यदि सरकार के द्वारा महिलाओं के द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों को प्रमुखता दी तो अवश्य महिलाओं को घर मंें ही रोजगार मिलेगा और कही ना कही रोजगार के भटनके वाले लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
बाइट 1- गंगा कार्की अध्यक्ष महिला समूह
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए उत्तराखंड पिथौरागढ़ के बेरीनाग से प्रदीप महरा की और अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट/