उत्तराखंड में पहला ब्लांइड क्रिकेट कप उड़ीसा के नाम!

उत्तराखंड में पहला ब्लांइड क्रिकेट कप उड़ीसा के नाम!

समुंदरी लहरों पर सवार उड़ीसा की लड़कियों ने जीता पहला ब्लांइड क्रिकेट कप
उड़ीसा की सुनामी लहरों को रोकने की ताकत दिल्ली की लड़कियां नहीं जुटा पाई। हां देश के पहले त्रिकोणीय महिला ब्लांईड क्रिकेट कप में दिल्ली की टीम को 9 विकेटों से हराकर आखिर उड़ीसा ने अपने 52 घंटों के सफर के बाद देहरादून पहुंचने का मकसद पूरा कर ही लिया। यह लड़कियां पहली बार ट्रेन में सवार हुई थीं। इन्होंने पहली बार देहरादून में ठंड का अहसास किया और पहली बार क्रिकेट खेली पर देहरादून के वेलहम ब्वाॅइज स्कूल की गुनगुनी धूप और प्रिंसीपल डा. गुरनीत बिंद्रा की मेजबानी की गर्माहट ने इनको कहीं से भी ठंड का अहसास नहीं होने दिया। आज का फाईनल मैच वेलहम स्कूल के मैदान में दिल्ली की कप्तान गुलशन ने जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।
यह मैच 15-15 ओवर का था। दिल्ली की ओर से कप्तान गुलशन और विनीता ने पारी की शुरूआत कर पहले ओवर में 13 रन बनाए। पर दूसरे ओवर में उनके रनों की गति को सधी गेंदबाजी और फील्डर ने रोक दिया। दूसरे ओवर में सिर्फ 3 ही रन बनाने देकर उड़िया बालाओं ने दिल्ली को दबाव में लाने की रणनीति अपनाई। तीसरे ओवर में टूर्नामेंट का पहला बी1 केटगिरी का चैका विनीता ने मारा। बी1 केटगिरी का तात्पर्य है शत प्रतिशत ब्लाइंड। इस केटेगिरी के खिलाड़ियों को 1 के बदले 2 रन मिलते हैं तो चैके के बदले विनीता को 8 रन मिले। विनीता के तौर पर 22 रन पर पहला विकेट गिरा। वह रन आउट हुई। विनीता के आउट होने के बाद पूजा बैटिंग हेतु आई कोई बैटसमैन बहुत ज्यादा स्कोर नहीं कर पाया। कप्तान गुलशन को दो जीवनदान मिले और वह आखरी तक मैच में डटी रही। गुलशन ने कुल 37 रन बनाकर एक छोर संभालकर रखा। दिल्ली ने पहले 50 रन छटे ओवर में बनाए। उड़ीसा टीम की खूबी थी कि उन्होंने बहुत सधी हुई फील्डिंग कर रनों की गति पर लगाम लगाकर रखी। दो खिलाड़ी रन आउट हुई। मुख्य बालिंग रचना, पार्वती और मोमिना ने की। पार्वती ने 3 ओवर में 8 रन दिए। बी1 केटेगिरी की गंेदबाज मोमिना ने 1 ओवर में 7 रन देकर 1 विकेट लिया। दिल्ली की तरफ से सिर्फ 1 चैका लगा।
उड़ीसा की टीम मैदान पर 10 ओवर में इस स्कोर को पार करने की चुनौती देकर उतरी थी। अपनी पारी की पहली ही बाल पर पिछले दो मैचों की हीरो झिल्ली बरूआ ने चैका मारा। झिल्ली और बसंती की सलामी जोड़ी ने पहले ओवर में 4 चैकों और 2 रनों के साथ कुल 18 रन बनाए। उड़ीसा ने अपने 50 रन तीन ओवर और 2 गेंदों पर बनाए। यह खिलाड़ी बहुत ही उत्साह में थे। इन दोनों की जोड़ी ने मैदान में चारों ओर जैसे रनों की झड़ी ही लगा दी। 4 ओवर की समाप्ति पर उड़ीसा का स्कोर 60 रन था। रनों का यह मुजरा और मुशायरा अपने आप में ही ऐसा नजारा था जो बार-बार नजर नहीं आता। 6 ओवर में 85 रन बिना किसी नुकसान के बने। उड़ीसा ने अपने 100 रन बिना किसी नुकसान के 7वें ओवर में बनाए। कल भी इसी जोड़ी ने अपने अर्धशतक पूरे किए थे। झिल्ली 48 रन पर हिटविकेट आउट हुई। पूजा के 9 वें ओवर में उड़ीसा ने चैका मारकर 9 विकेट से जीत हासिल की। इस टीम को देखकर लग रहा था कि यह मस्ती के लिए खेल रहे हैं। बैटसमैन के तौर पर इनके पास ना तो कुछ खोने के लिए है और ना कुछ पाने के लिए है।
आज के मैच की प्लेयर आॅफ द मैच बसंती रहीं। जबकि बी1 केटेगिरी में विनीता मैच आॅफ द प्लेयर बनी, जिन्होंने 16 गंेदों में 22 रन बनाए। इस टूर्नामेंट के मैन आॅफ द सीरिज उड़ीसा की ही बसंती और बी1 श्रेणी में गायत्री रहीं। मैच के अंत में दोनों टीमों ने आपस में गले मिलकर एक दूसरे का अभिवादन किया। बाद में पूरी उड़िया टीम मैदान पर अपनी स्थानीय धुनों पर थिरकती नजर आई।
आज के मुख्य अतिथि विधायक विकासनगर मुन्ना सिंह चैहान जो हमेशा दिव्यांगों के कार्यक्रम में मौजूद रहते हैं, ने कहा कि मैं इस आयोजन में आकर इन सुंदर, प्रतिभाशाली और उत्साही लड़कियों से मिलकर अभिभूत हूं।
तीनों टीमों के कप्तान और कोच का कहना है कि हमने देश में बहुत ज्यादा खेला है पर यहां जो इंतजाम है हमें आज तक कहीं नहीं मिला। इसके अलावा टूर्नामेंट के स्पांसर अश्रेद्धय संस्था की एनी, स्ट्रेटिजिक मार्केटिंग देहरादून, साईं स्पर्श ट्रस्ट देहरादून, इनरव्हील क्लब देहरादून, डी.एन.ए. लैबस देहरादून, टी.एच.डी.सी., व्हेलम ब्वाईज स्कूल देहरादून, मेजर सुनीता यादव, ज्ञान असवाल, ललित सिंह, अब्दुल सलीम मौजूद थे।
आइडिया फॉर न्यूज़ के लिए देहरादून से अमित सिंह नेगी की रिपोर्ट ध्

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